बिहार से एक दर्दनाक मला सामने आया है जहां एक प्राइवेट क्लिनिक में संजू देवी गर्भवती महिला का प्रसव के दौरान है ऑपरेशन करना पड़ा। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया है। जिससे तुरंत ही नवजात बच्चे की मौत हो गई फिर उसके कुछ देर बाद ही महिला की भी मौत हो गई।
बिहार के खगड़िया जिले में एक हॉस्पिटल में डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मां और बच्चें दोनों की मौत हो गई है।मामला जिला के महेशखुंट थाना का एक प्राइवेट क्लिनिक का है। यहां गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा और तभी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया, जिससे तुरंत ही नवजात बच्चे की मौत हो गई। फिर कुछ देर बाद महिला की भी मौत हो गई। परिवार वालों ने इस दर्दनाक घटना के बाद अस्पताल पर कार्रवाई की मांग को लेकर महेशखुंट में एऩएच 109 को जाम कर दिया है।
सुभाष चन्द्र मंडल गोगरी एसडीओ और डीएसपी पीके झा सहित सारे अधिकारी पहुंचे और उन्होंने जाम कर रहे लोगों को समझा कर प्रदर्शन समाप्त करवाया। ऐसे में गोगरी के पुलिस पदाधिकारी अनुमंडल का कहना है घटना के बाद पीड़ित के आवेदन पर क्लिनिक को सील कर उसके संचालक समेत पूरे स्टाफ पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
यह भी पड़िए:दुखद: बंद कमरे मे फंदे से लटकता हुआ मिला महिला सिपाही का शव..जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया…
अमित कुमार परबत्ता प्रखंड के महद्दीपुर गांव के रहने वाले अपनी पत्नी संजू देवी को डिलिवरी कराने के लिए टाटा इमरजेन्सी हास्पिटल में में गए थे, लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन ने ऑपरेशन के दौरान बच्चे का गला ही काट दिया। डिलीवरी के दौरान बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। इसी दौरान महिला की भी तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद महिला की भी मौके पर ही हो गई।परिवारवालों को जब जच्चा-बच्चा की मौत की खबर मिली तो सभी लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिवारवालों को हंगामा करते देख अस्पताल संचालक और कर्मचारी क्लीनिक छोड़कर ही फरार हो गये हैं।
बताया जा रहा है कि खगड़िया डीएम के निर्देश पर कई बार फर्जी नर्सिंग होम्स पर कार्रवाई हुई है, लेकिन जिला में दो दर्जन से अधिक बिना लाइसेंस के नर्सिंग होम खुले हुए हैं, जिसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है और इनकी मनमानी का गलत असर अस्पताल में आए लोगों को झेलना पड़ रहा है। इनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जनी चाहिएं ताकि किसी भी व्यक्ति को ऐसी घटना ना झेलनी पड़े।
यह भी पड़िए:सड़क हादसे में चली गई थी आंखों की रोशनी, लेकिन हार नहीं मानी और अब हल्द्वानी मे बन गई शिक्षक..
यह भी पड़िए:उत्तराखंड: रुद्रपुर के अस्पताल में मानसिक रोगी ने किया हंगामा,महिला कांस्टेबल की नाक की हड्डी टूटी..