उत्तराखंड के एक सरकारी स्कूल के इस जीनियस गणित के अध्यापक की प्रतिभा देख बिल गेट्स हुए काफी प्रभावित, जानिए कैसे…

बचपन में जब भी हम गणित विषय का नाम सुनते थे तो बहुत बोर हो जाते थे। क्यूंकि वो विषय अधिकतर विद्यार्थियों को पसंद नहीं आता था।

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Umesh Chandra Pandey government school teacher in Almora

बचपन में जब भी हम गणित विषय का नाम सुनते थे तो बहुत बोर हो जाते थे। क्यूंकि वो विषय अधिकतर विद्यार्थियों को पसंद नहीं आता था। पर उत्तराखंड के एक गुरुजी ने गणित क्षेत्र में अपनी अद्वितीय प्रतिभा से बिल गेट्स तक को भी प्रभावित कर दिया है। उमेश चंद्र पांडे अल्मोड़ा के रहने वाले हैं। उमेश चंद्र पांडे गणित के प्रवक्ता हैं, और वह इन दिनों जिले के राजकीय हाईस्कूल पौधार में पोस्टेड हैं। वो 23 सालों से छात्रों को गणित पढ़ा रहे हैं, साथ ही खुद भी अध्ययन करते रहते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियां भी हासिल की है। उमेश चंद्र पांडे ने ‘शून्य’ और ‘अनंत’ पर नया शोध भी किया है और वो इन पर किताबें भी लिख चुके हैं, ताकि छात्रों का भ्रम दूर कर सकें। उमेश अपने रोमांचक ढंग खेल-खेल के अंदाज से बच्चों को गणित पढ़ाते हैं। उन्होंने ‘शून्य’ और ‘अनंत’ को लेकर अपनी अलग थ्योरी भी बनाई है।

उन्होंने रसायन विज्ञान में साल 2002 में आवर्त सारिणी पर ‘हाऊ मैजिकल इज पिरियोडिक टेबल’ नाम से किताब भी लिखी थी। 2005 में उन्होंने कंप्यूटर की मदद से इसे डिजाइन कर सीडी का आकार भी दिया था। और फिर बाद में उन्होंने पूरे प्रोजेक्ट को नाम दिया ‘केमेस्ट्री मेड सिंपलर’। भारत सरकार ने भी उनकी मेहनत, कामयाबी को सराहा है। साल 2007 में उन्हें कंबोडिया और फिनलैंड में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में जाने का मौका भी मिला।

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जहां पूरी दुनिया के गणितज्ञ और रसायन शास्त्री उनकी प्रतिभा से काफी हैरान हो गए। उन्हें ‘वन ऑफ द मोस्ट इनोवेटिव एजुकेटर्स इन द वर्ल्ड’ के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। यह देश के लिए और पहाड़ के लोगों के लिए काफी खुशी की बात रही है। वे भारत के इकलौते गणितज्ञ हैं, जिनको ये सम्मान प्राप्त हुआ है। और बिल गेट्स ने अमेरिका में ‘एजुकेशन फॉर फ्यूचर’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की थी, जिसमें 21 गणितज्ञों को दुनियाभर से न्यौता दिया गया था। इनमें एशिया से एकमात्र भारतीय उमेश चंद्र पांडे भी शामिल रहे। उमेश चंद्र गणित पर कई किताबें भी लिख चुके हैं। साल 2010 में उमेश चंद्र पांडे को राष्ट्रपति पुरस्कार से भी नवाजा गया है।

उमेश चंद राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और बेस्ट साइंस टीचर ऑफ स्टेट के खिताब से भी सम्मानित हो चुके हैं। उन्होंने जो किताबे लिखी हैं उनकी मदद से छठी से लेकर स्नातकोत्तर तक के विद्यार्थी गणित की पहेलियां भी सुलझा रहे हैं। इसके सर्ग साथ विद्यार्थी अपने गुरुजी द्वारा दिये गए ज्ञान को निखार भी रहे हैं।

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