इंटरनेट एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा लोग एवं कंपनियां दुनिया के एक छोर से दूसरे छोर तक जुड़ पाते है। तकनीकी उन्नति ने मनुष्य को इंटरनेट पर हर रूप से निर्भर कर दिया है। इंटरनेट की आसान पहुंच ने हर चीज को सिर्फ एक जगह पर बैठकर ही उपलब्ध करा दिया है।इंटरनेट आज के युग में हर क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनेट के बढ़ते फायदों के साथ साइबर अपराध जैसा भयावह मुद्दा भी उभर कर आया है। साइबर अपराध अलग-अलग तरीकों से प्रतिबद्ध होते हैं। कुछ सालों पहले तक इन सब चीजों के बारे में इतनी जागरूकता नहीं थी। अन्य विदेशी देशों के साथ साथ भारत में भी साइबर अपराध की घटनाएं एवं दर दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उत्तराखंड के देहरादून से इससे जुड़े मामले रोजाना सामने एट रहते है। साइबर के द्वारा ठगी एक आम सी बात हो गई है।ऐसी ही घटना हमारे सामने देहरादून से आ रही है।जहां एक आदमी को पिज़्ज़ा मंगाना भरी पड़ गया।
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व्यक्ति निरंजनपुर का है।जानकारी इस प्रकार है कि उसने पिज़्ज़ा ऑर्डर करने के लिए गूगल पर डोमिनोज़ का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया।उस नंबर पर फोन मिलने पर उस व्यक्ति से ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा गया,जिसको करने के लिए व्यक्ति ने अपनी बैंक डिटियल्स जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, ओटीपी आदि दे डाली।कुछ समय बाद व्यक्ति के खाते से 20099 रूपए कट गए।जब व्यक्ति को यह पता चला तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई जहां जांच पड़ताल के बाद पता चला कि पैसे पश्चिम बंगाल के आईसीआईसीआई बैंक के किसी खाते में ट्रांसफर हुए है जिसके बाद खाते को फ्रिज कर दिया गया।