1965 सितम्बर को भारत – पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए कालीमठ गांव के रामसिंह राणा की स्मृति में उनकी पत्नी अषाढ़ी देवी द्वारा निर्मित राजकीय हाई स्कूल कालीमठ के प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया गया। और प्रवेश द्वार के लोकार्पण अवसर पर 6 वीं गढ़वाल राइफल्स साथ ही 11 मराठा रेजिमेंट और जनप्रतिनिधियों और उनके परिजन व ग्रामीण मौजूद रहे। प्रवेश द्वार के लोकार्पण अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि शहीदों की शहादत को हमेशा स्मरण किया जाना चाहिए और साथ ही उन्होंने अमर राम सिंह राणा की कुर्बानी को नमन करते हुए कहा कि जो वीर योद्धा रणभूमि में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद होते है तो उन्हें वीरगति प्राप्त होती है। साथ ही उन्होंने अमर शहीद राम सिंह राणा की पत्नी अषाढी देवी के त्याग और तपस्या को नमन करते हुए कहा कि अषाढ़ी देवी जैसी वीरगनाओ के लिए यह माटी हमेशा पूज्यनीय होती है।
नायब सूबेदार जगदीश रावत जो की 6वीं गढ़वाल राइफल्स के है उन्होंने कहा कि अमर शहीद रामसिंह राणा के बलिदान को हमेशा याद किया जायेगा क्योकि उन्होंने देश के प्रति अपने प्राणों की आहूति दी है। और मराठा रेजिमेंट 11 के सिद्धि पाठक ने कहा कि अमर शहीद राम सिंह राणा सहित देश के सभी अमर शहीदों को समय पर स्मरण कर श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए।
जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने अमर शहीद राम सिंह राणा की पत्नी अषाढ़र देवी, नायब सुबेदार जगदीश रावत, सिद्धि पाठक को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और साथ ही अमर शहीद राम सिंह राणा की पत्नी अषाढ़ी देवी ने सभी का आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर मौके पर प्रधानाचार्य जोत सिंह नेगी, वशीधर गौड़, प्रधान कालीमठ गजपाल राणा, जाल मल्ला त्रिलोक रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश राणा, प्रदीप राणा, जनप्रतिनिधि, अब्बल सिंह राणा, शिव सिंह राणा, केशर सिंह पंवार, कैलाश पंवार, दीवान सिंह राणा सहित 6वीं गढ़वाल राइफल्स, 11 मराठा रेजिमेंट के जवान,परिजन व ग्रामीण मौजूद थे।