देहरादून – फौज में जाना हर किसी देश भक्त का सपना होता है लेकिन अगर वो सपना अगर पूरा नहीं हो पाता है तो कुछ लोग उसका गलत तरीका इस्तेमाल कर बैठते हैं। फर्जी दस्तावेज से वो लोग भर्ती में शामिल होने आ जाते हैं। लेकिन हर कोई सेना की नजरों से नही बच सकता है कहीं न कहीं से वो पकड़ में आ ही जाता है। अभी कुछ दिन पहले भी सेना में फर्जीवाड़े को चलते खबरें आई थी। और आज भी हम आपको एक ऐसी ही खबर बताने जा रहे हैं,
खबर के मुताबिक देहरादून में आईटीबीपी की भर्ती में चार युवकों के फर्जी सर्टिफिकेट पाए गए है। और खबर में पता चला है की इन चारों युवकों के ऊपर वसंत विहार थाने में केस दर्ज जो गया है। देवेंद्र चौहान इंस्पेक्टर ने इस मामले में उनके अनुसार प्रभारी निरक्षक दिनेश कुमार नॉर्दन फ्रंटियर मुख्लाया आईटीबीपी सीमाद्वार देहरादून ने लिखित शिकायत दर्ज कराई की आईटीबीपी में आयोजित सिपाही और पशु परिवहन भर्ती में 17 से 19 नवंबर 2020 में चिकित्सा जांच दिल्ली में हुई थी,
जिसमे अभ्यर्थी को निर्धारित रूप में दोबारा अपनी मेडिकल जांच के लिए अपने जिला अस्पताल से मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के साथ नोडल कार्यालय उत्तरी सीमांत मुखलाया आईटीबीपी देहरादून में जमा करने को कहा गया था।
इसके दौरान हरियाणा के चार युवक के मेडिकल प्रमाण पत्र की जांच उनके द्वारा पेषित सिविल अस्पताल भिवानी हरियाणा कराए जाने पर उनके मेडिकल प्रमर्ण पत्र फर्जी पाए गए। जिन युवकों के सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए हैं उनका नाम अशोक कुमार पुत्र दलबीर, गुलाब सिंह पुत्र दीपचंद, संजय कुमार पुत्र जयवीर सिंह, और रोहित कुमार पुत्र राजा कुमार है। इन चारों के खिलाओ वसंत विहार थाने में धोखाधड़ी मामले में केस दर्ज कर लिया है।