ऑटो चालक ने अपने दो बेटों के साथ मिलकर दिल्ली एमसीडी के इंजीनियर गजेंद्र वर्मा की हत्या कर दी। यह घटना रविवार की शाम गजेंद्र के गांव सिकरोड में हुई। आरोपी ऑटो ड्राइवर ने जमानत पर छूटकर आने के बाद रविवार शाम गजेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपी ड्राइवर का नाम चतर सिंह है और उसके दोनों बेटों का नाम गौरव और लवी है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, इंजीनियर गजेंद्र वर्मा की उम्र 50 वर्ष थी। वह अपनी पत्नी, 3 बेटे और एक बेटी के साथ मिलकर सिकरोड गाँव में रहते थे। इन दिनों गजेंद्र परिवार समेत अपने गाँव में खेती कर रहे थे और वहीं रह रहे थे।
अब हम आपको पूरी घटना की विस्तार में जानकारी देते हैं। दरअसल पिछले साल अक्टूबर में गजेंद्र अपने पालतू कुत्ते के साथ टहलने निकले थे। तब उनके कुत्ते ने पड़ोसी चतुर सिंह पर भौंका। इस बात पर आरोपी ऑटो ड्राइवर चतुर सिंह और गजेंद्र वर्मा के बीच काफी बहस हुई और झगड़ा भी हुआ। तब मामला ठंडा हो गया था। लेकिन बीते शनिवार एक बार फिर गजेंद्र और चतुर के बीच वाद विवाद शुरू हो गया। इस बार गजेंद्र ने चतुर के खिलाफ शांति भंग करने के मामले में थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने चतुर और उसके बेटे का चालान काट दिया।
इसके बाद रविवार को दोनों की जमानत हो गयी। गुस्से में चतुर ने अपने बेटों के साथ मिलकर गजेंद्र को रास्ते से ही उठा लिया। वे गजेंद्र को घसीटते हुए अपने घर ले गये। वहां उन्होंने गजेंद्र की लाठी-डंडों से खूब पिटायी की। और आखिर में चतुर ने इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके तुरंत बाद आरोपी घटनास्थल से फरार हो गये। सूचना मिलने पर पुलिस वहाँ पहुंची और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। गजेंद्र के परिजनों ने उसकी हत्या पर काफी हंगामा किया।