बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान पांच जवान शहीद हो गए थे। वहीं अब एनकाउंटर के बाद से अब तक 30 जवान जवान लापता हैं, और 30 घायलों का इलाज चल रहा है।वही। जो पांच जवान शहीद हुए हैं, उसमे से 2 के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ में घायल 23 जवानों को बीजापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है और 7 जवानों को रायपुर अस्पताल भेजा गया है।
राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने बताया था कि, शुक्रवार रात को बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था। उन्होंने बताया कि नक्सल विरोधी अभियान में करीब दो हजार बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम में शामिल थे। ये मुठभेड़ करीब तीन घंटे से अधिक समय तक चली।
वहीं, पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि, सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है।मुठभेड़ वाले इलाके में लापता जवानों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वहीं इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दुख व्यक्त किया है।
अमित शाह ने ट्वीट कर कहा है कि, नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को नमन करता हूं। मेरी संवेदना उनके परिवार के साथ है। देश उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा। और हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।