वामपंथी उग्रवाद के जंगलों के अंदर 10 साल वीर के9 भारत और तिब्बत की सीमा पुलिस ड्यूटी कर रहा है। वीर फ़िटनेस के साथ सीबू नाम के आईटीबीपी का सबसे पुराना के9 एनर्जी को पूरा करता है। कभी कभी वह 14 से लेकर 25 किलोमीटर तक चलता है। आईटीबीपी के सभी के9 सेवानिवृत्ति समीक्षा का काम करता है। सेवानिवृत्ति समीक्षा बोर्ड ने कहा कि हीरो सीबू से रिटायर होने से मना दिया, और सभी फिटनेस एग्जाम को पास कर लिया।
नौ साल और आठ महीने की आयु में चुस्त कैनाइन बम के खिलाफ सैनिको के लिए एक बल के रुप में लड़ने की कोशिश करता है। सुपर फिट सीबू में लड़ने की अभी भी उतनी ही शक्ति है। आईटीबीपी का के9 वेटरन्स होम है। जहां पर जो वीर रिटायर हो जाते है, उनकी देखभाल की जाती है वो भी तब तक, जब तक वह इस दुनिया को छोड़ कर नही चले जाते। हीरो के9 सीबू वीर अपने कुत्तो के ये जिम्मेदारी देकर नेशनल ट्रेनिंग सेन्टर फ़ॉर डॉग्स (एनटीसीडी) भानु में हैंडलर्स की देखभाल में अपनी रिटायरमेंट के मज़े लेंगे। वह रायपुर से लेकर चंडीगढ़ तक पहली ट्रेन में लेकर जाएंगे।
वही आईटीबीपी सीबू की सालो की मेहनत को शुक्रिया करेगा। वह कभी भी रिटायर नही होना चाहता था लेकिन आर्मी चाहती थी कि वह रिटायर होकर अपने जीवन को एन्जॉय कर सके। वही राष्ट्र और आईटीबीपी उसके इस जज्बे को सलाम करता है।
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