आपको बता दें कि शुक्रवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने कहा कि क्षेत्रीय महाशक्ति बनने की भारत की आकांक्षा उधार की ताकत पर निर्भर नहीं रह सकती। भविष्य में युद्ध जीतने के लिए भारत एक्सपोर्ट पर निर्भर नहीं रह सकता। देश को अब युद्ध जीतने के लिए स्वदेशी हथियारों और तकनीक की जरूरत है। आत्मनिर्भर भारत का समर्थन करते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमें इस विषय में गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
इंस्टीट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स (IETE) की ओर से आयोजित 5वे आईईटीई इनोवेटर्स- इंडस्ट्री मीट में शामिल होते हुए बिपिन रावत ने कहा अगर भारत को क्षेत्रीय शक्ति बनना है तो उधार की ताकत से इस सपने को पूरा नहीं किया जा सकता है। देश को अब युद्ध जीतने के लिए एक स्वदेशी हथियारों और तकनीक की जरूरत है।
साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमें दूसरे देशों से मुकाबला करना है तो हमें रक्षा उपकरणों के एक्सपोर्ट की निर्भरता को खत्म करना होगा। किसी भी युद्ध को जीतने का रास्ता स्वदेशीकरण है। क्षेत्र शक्ति बनने की हमारे देश की आशंका उधार की शक्तियों पर निर्भर नहीं रह सकती। भारत को अगर अब कोई भी युद्ध जीतना है तो उसे अपने तरीके से लड़ना होगा।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि सूचना की व्यापकता और टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलाव युद्ध के मूल चरित्र को बदल रहे हैं। आने वाले समय में बिना आमने सामने आए ही युद्ध लड़े जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा दुनिया में आ रहे इस बदलाव को देखते हुए हमें भी तैयारी करनी होगी।
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