आपको बता दें कि पंजाब के पठानकोट के पास रणजीत सागर डैम में 18 दिन पहले आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन एक हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। 4 दिन पहले 75 मीटर की गहराई में उसके पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल एएस बाथ का शव मिल गया था। उनके को-पायलट जयंत जोशी का अभी तक कुछ पता नहीं चला। आखिरकार उनके पिता हरीश जोशी ने इस हादसे के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 18 दिन से उनके बेटे का कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है इसकी वजह सर्च अभियान में ढिलाई बरतना है। उनको इस हादसे की सूचना सोशल मीडिया के जरिए प्राप्त हुई थी।
आपको बता दें कि हरीश जोशी पिछले 18 दिन से घटनास्थल पर डेरा डाले बैठे हैं ताकि वह कम से कम अपने बेटे को अंतिम विदाई तो दे पाए। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि उनके बेटे को ढूंढने के लिए ढंग के उपकरण तक नहीं लगाए गए हैं। जो अभियान चलाया जा रहा है वह सिर्फ और सिर्फ फॉर्मेलिटी करने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 6 महीने में ये दूसरा हादसा है जिनमें दो पायलट अपनी जान गंवा बैठे हैं. जबकि एक अब शायद कभी उड़ान ही नहीं भर पाएगा।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा बेशक मेरे बेटे ने सेना में ड्यूटी के दौरान अपनी जान गवाई हो लेकिन इस हादसे के बाद जिस संवेदनशीलता के साथ अभियान चलाया जा रहा है उसने मेरा दर्द और बढ़ा दिया, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सेना ने मुझे मेरे बेटे के हादसे तक की सूचना नहीं दी मुझे यह सारे जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई।
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