आपको बता दें कि आसाम के तिनसुकिया जिले में एक जवान ने शनिवार को अपने ही साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों जवान ड्यूटी पर थे दोनों के बीच हुई बहस काफी बड़ा विवाद में बदल गई जिसकी वजह से लांस नायक राजेंद्र प्रसाद ने अपने इंसास असॉल्ट राइफल की मैगजीन में मौजूद सभी गोलियां लेफ्टिनेंट संजय चंद के शरीर में उतार दी। जिसके कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। और उनके परिजनों को यह खबर दी गई थी वह आतंकवादियों से लोहा लेते समय शहीद हो गए। और अभी भी उनके गांव वाले इस बात से अनजान है।
इस घटना की सूचना लाइपुली इलाके में स्थित सेना के शिविर के वरिष्ठ अधिकारी ने पानीटोला में मौजूद स्थानीय पुलिस को दी और आरोपी राजेंद्र प्रसाद को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस अभी भी उस बात का पता लगा रही है जो उन दोनों के बीच में बहस का कारण बनी जिसकी वजह से राजेंद्र प्रसाद ने लेफ्टिनेंट संजय चंद की हत्या कर दी। उन्होंने यह भी बताया कि मूल रूप से संजय चंद उत्तराखंड के रहने वाले हैं। संजय चंद के शव को पोस्टमार्टम के लिए तिनसुकिया सिविल अस्पताल भेजा गया है। पुलिस ने घटनास्थल से असॉल्ट राइफल और 20 राउंड कारतूस जब्त कर लिया है।
संजय के दो बच्चे हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से करीब 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बड़ावे क्षेत्र के तोली गांव के निवासी संजय चंद कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे। शनिवार को उनके घर वालों को संजय की मौत की खबर दी गई। आपको बता दें कि मई में ही संजय अपनी छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटे थे। संजय के रिश्तेदार ने बताया कि उनके छोटे भाई ललित के गोरखा रेजीमेंट में भर्ती होने के बाद संजय काफी खुश हो गया था। संजय गांव में हर किसी के साथ मिलजुल कर रहता था। सारे गांव वाले उसे बहुत प्यार करते थे।
तहसीलदार पंकज चंदोला ने बताया कि क्षेत्र के जवान की शहादत की खबर ग्रामीणों को मिली, लेकिन प्रशासन को अब तक कोई खबर नहीं मिली है कि पार्थिव शरीर कब तक गांव पहुँचाया जाएगा। संजय के परिवार को शनिवार की सुबह सूचना मिली थी कि वह शहीद हो गया है। शाहिद के घर पर माता, पिता, पत्नी, और छोटे छोटे बच्चे है। संजय के दो भाई है जिसमे से एक भाई सेना में है।