जैसा कि आप सभी जानते है।चीन पर भरोसा करना मतलब अपने पैरो पर कुल्हाड़ी मारने के बराबर है।जैसा कि आप सभी जानते है 15 जून की रात भारत सेना के जवानों और चीनी सेना के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई ।और इस मुठभेड़ में हमने अपने 20 जवान खों दिए।लेकिन हमारे जवानों ने भी उनका डट कर सामना किया और उनके 43 जवानों को मौत के घाट उतारने के बाद वीरगति को प्राप्त हुए।लेकिन 20 जवानों को खोने के बाद पूरे देश में बदले की भावना का माहौल है देश में चीनी सेना से बदला लेने का गुस्सा साफ साफ दिखाई दे रहा है।वहीं अब इससे सतर्कता बरकते हुए उत्तराखंड में भी सैनिकों कि गतिविधियों को बड़ा दिया गया है।बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के सीमांत जनपद की तरफ से भी भारत चीन सीमा पर सैनिक गतिविधियां काफी तेज हो गई है।वहीं एक खबर के मुताबिक सेना के 80 वाहनों के अंदर भारतीय सेना के जवान उत्तराखंड के चमोली सें सटे हुए चीन सीमा पर निगरानी के लिए रवाना हुए है।आगे भी पड़े।
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वहीं अब हिमाचल से लेकर उत्तराखंड की सीमा से सटे गांव भी अलर्ट पर है। इन सीमाओं पर भारी मात्रा में जवान भेजे गए है।वहीं उत्तराखंड से सटी चीनी सीमा क्षेत्रों में भी भारी मात्रा में तोप और हथियार भेजे गए है।बताया जा रहा है कि जवानों कि छुट्टी तक कैंसल कर ली है ।और जो जवान छुट्टी पर गए है उनको जल्दी वापस यूनिट में बुला लिया गया है।
वहीं खबर के मुताबिक नेपाल सीमा में भी एसएसबी ने अपनी सैन्य गतिविधि तेज कर दी है।वहीं जब से चीनी सैनिकों के साथ झड़प हुई है तब से सड़क का निर्माण भी बड़ा दिया गया है सूत्रों के मुताबिक अब सड़क का निर्माण और भी तेजी से हो रहा है।वहीं भारतीय सेना ने भारत चीन सीमा की सबसे नजदीकी हवाई लाटी चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर अम आई – 17 हेलीकॉप्टर और ए एन – 32 के साथ अभ्यास किया।