एक फौजी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। यह मामला ऊधमसिंहनगर के खटीमा का है। फौजी का नाम राजेन्द्र चंद्र है। वह अभी मात्र 30 वर्ष के ही थे और बीते दिनों ही वह अपने घर वापस आये थे। देहरादून में 20 कुमाऊं रेजिमेंट में राजेश बतौर सिपाही तैनात थे। राजेश के परिजनों का कहना है कि उनकी पत्नी मनीषा ने ही उनकी हत्या की है। राजेन्द्र के पिता जय बहादुर चंद्र का कहना है कि उनका बेटा साल 2011 में फौज में भर्ती हुआ था। उसके बाद साल 2019 में राजेन्द्र की शादी मनीषा नाम की महिला से हुई। पिता बहादुर चंद्र ने कहा कि उनकी बहू ने ही राजेन्द्र को जहर देकर मारा है। बहु मनीषा और उसकी माँ के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है।
राजेन्द्र की शादी के कुछ दिनों बाद ही उनकी पत्नी मनीषा उन्हें प्रताड़ित करने लगी। वह राजेन्द्र से अलग मकान में रहने की मांग कर रही थी। मनीषा अपने सास ससुर के साथ एक ही घर में रहना नहीं चाहती थी। इसी सिलसिले में उसने राजेन्द्र से अलग घर लेने को कहा। और बहु मनीषा ने राजेन्द्र से यह भी कहा कि वह उसी के मायके के पास नया घर ले लें। नया घर लेने के लिए रावेन्द्र ने मना कर दिया।
इसके बाद 20 फरवरी को राजेन्द्र को अचानक उल्टी हो गयी। जिसके बाद उसके पिता और भाई उसके कमरे में पहुंचे जहां राजेन्द्र ने उन्हें बताया कि उसकी पत्नी ने उसे जूस में जहर मिलाकर पिलाया है। फिर राजेन्द्र को अस्पताल लेजाया गया लेकिन 22 फरवरी को उनकी मौत हो गयी। राजेन्द्र का शव जैसे ही उनके गाँव पहुंचा, ग्रामीणों में मनीषा के खिलाफ आक्रोश फैल गया। उन्होंने मनीषा और उसकी मां के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवायी है।