जिला पिथौरागढ़ जगह मुनस्यारी-मिलन मोटर मार्ग: बीते कुछ दिनों जैसी तनातनी ड्रैगन लद्दाख सीमा पर भारत के साथ दिखा रहा है। इस विषय पर भारत ने बिना समय गवाये सीमा पर सुरक्षा पर चौक चोबन्धि बढ़ाने के लिये कॉन्सट्रक्सशन का काम शुरू के करवा लिया है।इसी समय काल में दरहशल बात है 22 जून 2020 की जब पिथौरागढ़ के मुनस्यारी मिलन मोटर मार्ग की पुलिया में एक पोकलैंड मशीन को ले जाया जा रहा होता है लेकिंन पुल की निर्धारित क्षमता से पोकलैंड मशीन का वजन ज्यादा होने के कारण लॉरी में रखी मशीन और लॉरी दोनों के बजन को पुल सम्भाल नहीं पता ओर धराशायी होकर गिर जाता है। पुल टूटने के बाद लोगों की दिक्कतें बढ़ने के साथ साथ सरकार की दिक्कतैं भी बढ़ जाती हैं आखिर हो भी क्यों न देश की सीमाओं की रक्षा जो करनी है।
इसी विषय पर पिथौरागढ़ के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट विजय जोगदंड का कहना है कि चीन पर निगरानी रखने के लिये यह पुलिया निर्माण ज़रूरी था क्योंकि अगर चीन सीमा पर फिरसे कोई वाहियात हरकत करता है तो उसको सबक सिखाने के लिये ओर उसपर नज़रें जमाये रखने के लिए हमारी सेना के लिए यह मार्ग उचित हो सकता है। क्योंकि यह सीमांत इलाका है और यहां से कुछ ही किमी० की दूरी पर चीन की सीमा शुरू हो जाती है।
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अछि खबर तो यह है कि सोनर नदी पर इस valley bridge को 70 मज़दूरों ओर 1 पोकलैंड मशीन के द्वारा B.R.O. मात्र 24 घण्टे में बना लिया गया है साथ ही इस पुल का ट्रायल भी ले लिया गया है। इसी के चलते इस मोटर मार्ग पर इस पुल के बन जाने से आईटीवीपी और सेना के जवानों को काफी हद तक राहत मिल चुकी है।