लद्दाख में चीन के साथ सोमवार की हिंसक लड़ाई में भारतीय सेना के 20 बहादुर जवानों देश के लिए शाहीद हुए। उनमें से एक सिपाही कुंदन कुमार के पिता ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के बलिदान पर गर्व है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें मौका दिया जाता है, तो वह अपने दोनों पोतों को सेना में शामिल होने के लिए भेज देंगे ताकि वे भी देश की सेवा कर सकें।
सिपाही कुंदन कुमार के पिता ने कहा, “मेरे बेटे ने राष्ट्र के लिए अपना बलिदान दिया। मेरे पास दो पोते हैं, मैं उन्हें भी भेजूंगा।
#WATCH Bihar: Father of Sepoy Kundan Kumar, who lost his life in #GalwanValley of Ladakh on June 15-16, says, "My son sacrificed his life for the nation. I have two grandsons, I will send them too." pic.twitter.com/WHkkJw0HEX
— ANI (@ANI) June 17, 2020
इस सप्ताह के शुरू में चीन सेना द्वारा भारतीय सेना के 20 जवानों की हत्या के बाद अब पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा सामने आ रहा है। देश के कोने कोने से तस्वीरें सामने आ रही है जिसमें लोग चीनी समान का बहिष्कार करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारे लिए, देश की एकता और संप्रभुता सबसे महत्वपूर्ण है। भारत शांति चाहता है लेकिन अगर उकसाया गया है तो वह जवाब देने में भी सक्षम है।” आपको बता दें कि पीएम मोदी शुक्रवार को चीन के साथ देश की सीमा पर स्थिति पर चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक भी करेंगे।