दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने कहा है कि तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने अभी भी सरकारी प्रयोगशाला (government laboratory) से अपनी कोविड-19 की टेस्ट रिपोर्ट जमा नहीं की है। क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने संकेत दिया है कि साद को पूछताछ के लिए तभी बुलाया जाएगा जब वह अपनी कोरोना रिपोर्ट जमा नहीं करवा देते।
इससे पहले क्राइम ब्रांच ने मरकज़ निज़ामुद्दीन मामले के 7 में से 6 आरोपियों से पूछताछ की थी। पुलिस ने मई में लगभग 700 विदेशी तब्लीगी जमात सदस्यों के दस्तावेज जब्त किए थे, और उन सभी जब्त किए गए दस्तावेजों में में इन 700 लोगों के पासपोर्ट भी शामिल है।
निजामुद्दीन क्षेत्र जो कि एक कोरोना हॉटस्पॉट क्षेत्र है, वहां पर कोरोना महामारी फैलाने के संबंध में महामारी रोग अधिनियम 1897 (Epidemic disease act 1897) के तहत तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद और कई और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई थी।
अब तक देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रिमित होने वालों की संख्या 28,936 हो गयी है। राजधानी में कोरोना से अब तक 812 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। केजरीवाल की दिल्ली में जहां अब तक 11,000 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं तो वहीं 17,125 मरीजों का अभी भी इलाज जारी है।