अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी से बात करके भारत से इस दवाई की सप्लाई को जारी रखने की मांगी मदद.

0
PM Modi President Trump

दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने भी कोरोनावायरस के सामने अपने घुटने टेक दिए है, अमेरिका में रोज हज़ारो लोग इस वाइरस से संक्रमित होते है जबकि पिछले कुछ दिनों से 1000 से 1500 लोगों की रोज मौत हो रही है अब तक अमेरिका में कुल 13,46,299 कोरोना से संक्रमित लोग है और 10,910 लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, अच्छी खबर ये है कि वहाँ अब तक 19,522 लोग पूरी तरह से ठीक भी हो चुके है

राष्ट्रपति ट्रम्प ने एक इंटरव्यू में कहा कि हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन नामक दवाई जिसे मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है वो दवाई कोरोनावायरस से लड़ने में मददगार साबित हो रही है परंतु अमेरिका में कोरोना के मरीजो की संख्या इतनी ज्यादा हो गयी है कि वहाँ हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की काफी कमी हो गयी है इसलिए इसकी कमी को पूरा करने के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रविवार की सुबह फ़ोन पर बात की और उनसे आग्रह किया कि अगर वो हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की सप्लाई को शुरू करते हैं तो काफी अच्छा होगा जिसके उत्तर में प्रधानमंत्री मोदी ने इस दवा के लिए उनको आश्वासन दिया और जल्द ही इसकी सप्लाई शुरू भी कर दी गई।

भारतीय दवा कंपनियां हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का उत्पादन बहुत ही बड़े स्तर पर करती है क्योंकि हर साल भारत मे बहुत बड़ी संख्या में लोग मलेरिया की चपेट में आते हैं, हालांकि हाल ही के दिनों में lockdown के कारण इस दवा के उत्पादन में कमी आयी है परंतु अब भारत सरकार ने 12 एक्टिव फार्माटिकल इनग्रीडियंट्स के निर्यात पर लगी रोक को हटा दिया है और साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन की कमी को पूरा करने के लिए ब्राज़ील के राष्ट्रपति से बातचीत करके उनसे आग्रह किया कि वो वहाँ हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन का उत्पादन करे और ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने भी प्रधानमंत्री मोदी को भरोसा दिलाया कि दवाई के उत्पादन में कोई कमी नही आएगी।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here