जब दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो और साथ ही कठिन मेहनत लगन हो तो इंसान अपनी मंजिल जरूर हासिल करता है चाहे मंजिल तक पहुंचने में कितनी ही कठिनाई क्यों ना आए लेकिन उन सब दिक्कतों को झेल कर इंसान अपने लक्ष्य को पा लेता है ऐसा ही कुछ कर दिखाया है राजस्थान के रहने वाले पवन कुमार कुमावत ने ।
बता दें कि पवन कुमार कुमावत ने भारत की सबसे कठिन परीक्षा में से एक यूपीएससी की परीक्षा पास की मूल रूप से राजस्थान के नागौर जिले से आने वाले पवन कुमार ने अपने घर की आर्थिक स्थिति को अपने सपनों के आगे नहीं आने दिया।परिवार जनों का साथ और खुद की मेहनत और लगन ने पवन कुमार को उनके लक्ष्य को हासिल करने में उनका साथ दिया।
पवन कुमार के पिता एक ट्रक ड्राइवर हैं।पवन कुमार बताते हैं कि जब वह पढ़ाई किया करती थे तो कई बार लाइट ना होने की वजह से उन्हें मोमबत्ती और चिमनी की सहायता से अपनी पढ़ाई जारी करनी पड़ती थी इसी के साथ पवन कुमार बताते हैं कि उनके अंदर कुछ करने की इच्छा उनकी दादी के कारण आई ।
उनकी दादी उन्हें बचपन में धार्मिक कहानियां सुनाती थीं और दादी की ध्रुव तारे की कहानी ने उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का प्रेरित किया।पवन के पिता रामेश्वर लाल ने बताया कि बेटे की पढ़ाई के लिए वह गांव छोड़कर नागौर में आ गए थे।
यहीं से पवन कुमार के आगे की पढ़ाई हुई थी।पवन कुमार की इस उपलब्धि पर परिवार जनों में खुशी का माहौल है साथ ही पवन के माता पिता खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं