- कोरोना जांच में फेल हुई रैपिड टेस्ट किट
- रैपिड टेस्ट किट के 95% नतीजे गलत
- राजस्थान ने लगाए रैपिड टेस्ट किट से जांच करने पर रोक
भारत समेत पूरी दुनिया इस वक़्त कोरोना महामारी से परेशान है और कोरोना संकट से निपटने के लिए रैपिड टेस्टिंग किट को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है, ऐसे में भारत के कई राज्यो में जब रैपिड टेस्टिंग किट का प्रयोग होना शुरू हुआ तो उससे कोरोना जांच में तेजी आने की उम्मीद जताई गई लेकिन अब ये उम्मीद डूबती नज़र आ रही है क्योंकि भारत मे सबसे पहले रैपिड टेस्ट किट का प्रयोग करने वाले राज्य राजस्थान में इसकी रोक लगा दी गयी है। दरअसल जयपुर के एक अस्पताल में रैपिड टेस्ट किट से जब 100 कोरोना संक्रमितों का टेस्ट किया गया तो इस किट ने उनमे से 95% नतीजों को नेगेटिव बता दिया और इस किट की सफलता का दर सिर्फ 5% ही आया।
इसके बाद डॉक्टरों ने इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार और आईसीएमआर को भेज दी जिसके बाद राजस्थान सरकार ने रैपिड टेस्ट किट से जांच पर रोक लगा दी, राजस्थान में पहले लॉट की रैपिड टेस्ट किट से 95% रिपोर्ट गलत आने के बाद अब दूसरे लॉट की किट से टेस्ट किया जा रहा है और अगर रैपिड टेस्ट किट की दूसरी रिपोर्ट भी फेल होती है तो कोरोना की इस जंग में ये एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, आपको बता दे कि रैपिड एन्टी बॉडी टेस्टिंग किट से पता चलता है कि संदिग्ध व्यक्ति में कोरोना वायरस से लड़ने वाली एन्टी बॉडी बन रही है कि नहीं यानी ये कोरोना मरीजो की संभावित पहचान करने में मदद करती है, इस टेस्ट से पता चलता है कि शरीर मे कोरोना वायरस आया था कि नहीं और अगर एन्टी बॉडी पॉजिटिव आती है तो पीसीआर करवाने की सलाह दी जाती है फिर अगर पीसीआर भी पॉजिटिव आये तो कोरोना कन्फर्म हो जाता है।