बड़ी खबर आ रही है आपके लिये वैसे तो भारत वासियों को इस पर ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन फिर भी आपको बताते चले कि डाटा सिक्युरिटी को लेकर लगातार चर्चा में रहने वाला चीनी शार्ट वीडियो मेकिंग एप्लीकेशन टिक टॉक कम्पनी अमेरिका में जाने के लिये अब तैयार है। बता दें इसके लिये 4 हफ्ते पहले से चल रही लंबी बहस के बाद टिकटोक कि पैरेंट कम्पनी बाईटडांस ने यह निर्णय स्वीकार किया है।
डोनाल्ड ट्रंप जो कि अमेरिका के राष्ट्रपति हैं वे इस बात से सहमत नहीं थे कि टिकटोक अमेरिका जैसे देश में बैन से सुरक्षित रहने के लिये अमेरिका को देने के पूरी हिस्सेदारी न देने के बजाय अपनी कुछ ही हिस्सेदारी अमेरिका को देगा। शायद इसी कारण से आज ट्रम्प ने इस चीनी app पर बैन लगाना सुनिश्चित कर लिया था लेकिन अहम मौके पर टिक टॉक की बाईट डांस कम्पनी अमेरिका को अपना पूरा हिस्सा देने के लिये तैयार हो गयी।
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लोगों की डेटा सिक्योरिटी को लेकर माइक्रोसॉफ्ट और बाईट डांस के बीच लगभग 5 बिलियन डॉलर्स सौदा हो सकता है। बता दें कि भारत के बाद दुनिया भर में टिकटोक के सबसे ज्यादा यूज़र्स अमेरिका में है जहाँ आज टिकटोक यह अहम फैसला सही समय पर न लेता तो उसको बड़ा नुकसान झेलना पड़ता लेकिन उसके फैसले ने उसको बड़े नुकसान से बचा लिया। इसके साथ ही भारत में भी टिकटोक वापसी की उम्मीद जताई जा रही है लेकिन भारत यह भी सोच ले कि अमेरिका भारत से लगभग 50 साल आगे जी रहा है इस स्तिथि में अगर वहां टिक तोक के ज्यादा यूज़र्स भी हैं तो उसको कुछ नुकसान नहीं यथावत उसकी अर्थव्यवस्था व लोगों को इससे कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन भारत जैसे देश में अगर ये app फिरसे आ गया तो भारत फिरसे अविकसितता की ओर चला जाएगा भारत के वो लोग भी टिकटोक पर वीडियो बनाते और अपने कीमती समय को बर्बाद हुए देखने को मिल जाएंगे जिनको देश को आगे ले जाना है इसलिए भारत में यह app न ही आये तो ठीक है।