वर्तमान समय में पूरे देश में बेटी बचाओ एक महत्वपूर्ण जागरुकता योजना है। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा भेदभाव स्तर पर लड़कियों के जीवन को बचाने के लिए कई विशेष कदम उठाये है। इस कार्य को सफल बनाने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए।अब केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना सफल होते हुए नजर आ रही है।
केंद्र सरकार महिला लिंगानुपात में सुधार लाने और बेटियों की शिक्षा के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना संचालित की गई थी। परिणाम स्वरूप केंद्र ने उत्तराखंड को लिंगानुपात में नौवें स्थान पर रखा है।इस योजना में मामले में लिंगानुपात देश के पहले टॉप टेन राज्यों में शामिल हो चुका है।यह भी पड़िए:पुलिस पर फ़िर लगा दाग़, सिगरेट के पैसे मांगने पर खोके वाले पर चढ़ा दी गाड़ी, खोकेवाले की मौके पर ही मौत.
इसके तहत प्रत्येक जिले को जागरूकता कार्यक्रमों को संचालित करने के लिए सालाना 50 लाख रुपये का बजट दिया जा रहा था।बात करें राष्ट्रीय स्तर के टॉप 30 जिलों की तो इनमें भी उत्तराखंड के पांच जिले बागेश्वर,अल्मोड़ा, देहरादून,चंपावत और उत्तरकाशी शामिल हैं। टॉप 30 जिलों में बागेश्वर छठे स्थान पर है,अल्मोड़ा 13, चंपावत 22, देहरादून 24 और उत्तरकाशी 25 वे स्थान पर है।