हमारे भारत देश के सभी युवा भारतीय सेना में भर्ती होकर अपनी मातृभूमि की रक्षा करने से बिल्कुल भी पीछे नहीं हटते हैं. फिर बात चाहे उनकी जान पर ही क्यों ना आ जाए. वहां अपनी मातृभूमि के लिए हंसते-हंसते अपनी जान निछावर कर देते हैं.
मगर उनकी यह शहादत उनके परिवार जनों को काफी ज्यादा दुख देकर जाती है. ऐसे ही एक खबर जम्मू कश्मीर राज्य के राजौरी क्षेत्र से समूचे देश व उत्तराखंड के लिए एक बेहद ही दुखद खबर सामने आ रही है. बीते दिन शुक्रवार को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान उत्तराखंड राज्य के एक वीर सपूत भी शहीद हो गया है.
शहीद जवान की पहचान रुचिन सिंह रावत पुत्र राजेन्द्र सिंह के रूप में हुई है. रुचिन सिंह रावत मूल रूप से उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले के गैरसैंण तहसील क्षेत्र के कुनीगढ़ गांव के निवासी थे. रुचिन सिंह रावत भारतीय सेना के 9 पैरा में कमांडो थे. वर्तमान वक्त में उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर राज्य के उधमपुर यूनिट में थी.
रुचिन सिंह रावत अपने देश की रक्षा करने के लिए अपने पीछे बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी व चार वर्षीय बच्चे को रोते बिलखते छोड़ गए हैं. सेना की ओर से उनके परिवार को दी गई उनकी शहादत की खबर के बाद से उनके पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है और समूचे क्षेत्र व उत्तराखंड राज्य में दुख की लहर है.
बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं.