भारत के पड़ोसी राज्य नेपाल में बीती रात शुक्रवार को भयानक तीव्रता वाला भूकंप आया. भूकंप में अभी तक 128 लोगों के मारे जाने की खबर आई है और हजार से अधिक लोगों के घायल होने की संभावना जताई जा रही है. राहत बचाव कार्य जारी है. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने अपना दुख व्यक्त किया है. आपको बता दें कि भूकंप इतना तेज था कि उसके झटके भारत के उत्तरी इलाकों में भी महसूस किए गए.
बताया जा रहा है की मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. भूकंप ने नेपाल के कई| जिला तबाह कर दे और कई इमारतें खाक हो गईं. भूकंप 6.4 की तीव्रता से आया था. बचावकर्मी अभी पर्वतीय इलाकों में जाकर तलाश कर रहे हैं. नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल भी भूकंप प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए निकल चुके हैं. आपको बता दें नेपाल के अधिकारी के अनुसार भेरी अस्पताल, कोहलपुर मेडिकल कॉलेज, नेपालगंज सैन्य अस्पताल और पुलिस अस्पताल को भूकंप प्रभावितों के लिए समर्पित अस्पताल बनाया गया है.
सभी हेली ऑपरेटरों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को एअरलिफ्ट के द्वारा निकाला जाएगा. अन्य तरह के सारी उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है.नेपालगंज हवाई अड्डे और सैन्य बैरक हेलीपैड पर एक एम्बुलेंस तैनात करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. जिस समय भूकंप आया उस समय रात और लोग अपने घरों में सो रहे थे.
भूकंप कितनी तीव्रता का था कि भारत की राजधानी दिल्ली में तक उसके झटके महसूस किए गए.दिल्ली समेत, उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. लेकिन भारत में किसी प्रकार के जानमाल के हानि की कोई खबर नहीं आई है. भूकंप इतना तीव्र था कि लोग डर और सहम गए.
जिसके बाद दिल्ली,लखनऊ और पटना समेत अन्य कई राज्यों के लोग सड़कों पर निकल आए.48 मिनट के अंदर आए इस भूकंप ने नेपाल को झकझोर कर रख दिया.शुक्रवार की रात नेपाल में 11ः47 मिनट 12ः08, 12ः29 और 12ः35 मिनट पर 6.4, 4.8, 4.2 और 4.3 तीव्रता के 4 भूकंप आए. बताया जा रहा है सबसे ज्यादा नुकसान जाजरकोट और पश्चिमी रुकुम में हुआ है.