एक चौंकाने वाली घटना में, गुरुवार की रात कानपुर में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश पुलिस के कम से कम 8 पुलिसकर्मी शहीद ओर 5 जख़्मी। मृतक पुलिस कर्मियों में एक पुलिस उपाधीक्षक भी शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, मुठभेड़ तब शुरू हुई जब पुलिस की टीम गुरुवार देर रात चौबेपुर पुलिस स्टेशन के तहत डिक्रू गांव पहुंची, वहां हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार किया जाना था।जिसपे 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज़ थे।
कानपुर के पुलिस प्रमुख दिनेश कुमार ने कहा, “इरादा उसे गिरफ्तार करने का था। अपराधियों द्वारा की गई गोलीबारी तीन तरफ से थी और यह योजना बनाई गई थी।” उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से कहा कि कुख्यात अपराधी को आसन्न छापे की भनक मिल गई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कर्मियों को उनके ठिकाने की ओर बढ़ने से रोकने के लिए विकास ने अपने लोगो के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर बाधाएं डालीं।
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अवस्थी ने कहा कि पुलिस टीम के जवानों के पकड़े जाने के बाद, अपराधियों ने एक इमारत की छत पर गोलीबारी की, जिससे कुछ पुलिसकर्मियों शहीद हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि विकास दुबे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। और पुलिस उसके लिए आस-पास के इलाकों की तलाश कर रही है क्योंकि वह और उसके साथी रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में सफल रहे।