शुक्रवार को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के प्रवक्ता को आदेश दिया। आदेश के मुताबिक प्रवक्ता सभी राज्य सरकारों से अनुरोध करेंगे कि वे अपने अपने राज्य में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों की एक सूची यूपी सरकार को भेजें। मुख्यमंत्री का कहना है कि सूची के अनुसार वे अपने राज्य के सभी श्रमिकों को ट्रेनों द्वारा वापस लाएंगे और इसके लिए श्रमिकों से कोई भी किराया नहीं लिया जाएगा। 29 मई को मुख्यमंत्री योगी जी ने कहा कि केंद्र और अन्य राज्य सरकारों की सहायता से यूपी सरकार अब तक देश के कोने कोने से 27 लाख से ज्यादा मजदूरों को शकुशल यूपी वापस ले आयी है। इन सभी मजदूरों को सरकार ट्रेन या बस द्वारा वापस लाई और इसके लिए किसी भी मजदूर से किराया नहीं वसूला गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार निशुल्क ट्रेने या बसें तब तक चलाएगी जब तक पूरे देश से सभी इक्छुक श्रमिक वापस नहीं आ जाते।
अगर बात करें राज्य में कोरोना मामलों की तो अब तक पूरे राज्य में कोरोना से 7170 लोग संक्रिमित हो चुके हैं। यूपी में मौतों का आंकड़ा 200 को पार करने वाला है जबकि 2758 लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है। पूरे राज्य में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 4215 हो गयी है, मतलब राज्य में 58% मरीज ठीक हो रहे हैं। यूपी में सबसे ज्यादा संक्रिमित शहर आगरा है जहां कोरोना के 874 मामले हैं लेकिन खुशखबरी यह है कि शहर में अब केवल 95 लोगों का ही इलाज जारी है। 874 मामलों में से 739 लोग ठीक हो गए हैं, हालांकि आगरा में 44 लोगों की मौत भी हुई है।