आजकल नारी शक्ति के लिए बहुत सारे स्लोगन आप सुनते आ रहे होंगे. जैसे कि “सशक्त होगी नारी शक्ति तो बनेगी राष्ट्र शक्ति” , “बराबरी का साथ निभाए महिलाएं अब आगे आएं” ऐसे ही अन्य कई स्लोगन्स है. मगर आजकल या स्लोगन्स हमेशा सोते हुए दिख रहे हैं. इसका उदाहरण बहुत सारी महिलाएं हैं.
उन्हीं महिलाओं में से आज हम बात करने जा रहे हैं उत्तराखंड की कर्नल गीता राणा के बारे में. उत्तराखंड की कर्नल गीता राणा ने एक इतिहास रच के पूरे प्रदेश का नाम गर्व से और भी ज्यादा ऊंचा कर दिया है. बता दें भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को भी कमांडर की भूमिका में लेने की मंजूरी दी है. जिसके बाद कर्नल गीता यह उपलब्धि पाने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं.
कर्नल गीता राणा पूर्वी लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप को कमांड करेंगी. वह पूर्वी लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप को कमांड करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. सेना ने हाल ही में महिला सैन्य अधिकारियों के लिए 108 भर्तियां निकाली है.
जिनमें वह कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, ऑर्डिनेंस, इलेक्ट्रोनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स समेत अन्य शाखाओं की स्वतंत्र यूनिट को कमांड करेंगी. अन्य महिला सैन्य अधिकारियों को भी आने वाले कुछ दिनों में ऐसी नियुक्ति दी जाएगी. कर्नल गीता राणा की यह खबर सुनकर पूरे प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है और उन्होंने यह भी दिखा दिया है कि उत्तराखंड वाह भारत की बेटी किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटती है.