जिस बेटे को बचपन में माँ बाप उंगली पकड़कर चलना सिखाते हैं देखभाल करते हैं आख़िर क्यों ज़रूरत पढ़ने पर वह बेटा बुढ़ापे में उनका हाथ नहीं थमता। जी हाँ, अपने ही बेटे से दो वक्त की रोटी के लिए बुजुर्ग दंपति को न्याय की गुहार लगानी पड़ रही है। यह मामला बरेली का है। जहाँ बुधवार को बुजुर्ग दंपति की आपबीती सुनकर एसएसपी ने किला पुलिस को उनकी मदद करने के निर्देश देते हुए आरोपी बेटे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार के दोपहर को SSP कार्यालय एक दंपत्ति एक दूसरे का हाथ थामे पहुँचे। काफ़ी बुरी हालत में बिना कुछ कहे वह SSP के सामने रोने लगे। पत्नी उन्हें संभालते हुए खुद भी रोना शुरू कर देती है। बुजुर्ग ने अपना नाम शिव हरी रस्तोगी बताया। वह किला के मलूकपुर का रहने वाला है। उसके दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी। बेटे की शादी बुजुर्ग ने धूमधाम से की थी।
बेटे के शादी के कुछ महीनों बाद तक सब कुछ सही चल रहा था लेकिन कुछ ही दिनों में उनकी बहू ने उनके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। बहु उन्हें बिन बात की गालियां देती थी। उन्हें उनके ही मकान से निकाल दिया गया है। वे पेट पालने के लिए उत्तराखंड के काशीपुर में किराये के मकान में रहकर मजदूरी करते हैं। बुढ़ापा काफ़ी ज़्यादा बढ़ चुका है और अब शादी ने भी जवाब दे चुका है ऐसे में वह अपने बुढ़ापे में अपने मकान में रह कर दो रोटी चैन से खाना चाहते हैं। लेकिन बेटा-बहू उन्हें उनके ही मकान में नहीं रहने दे रहे हैं।
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