कहते हैं कि अगर आपके साथ ईश्वर है तो कोई आपका बाल भी बांका नहीं कर सकता जी हां ऐसी ही एक घटना हुई है 4 साल के बच्चे शोएब के साथ।बताया जा रहा है कि शोएब 4 मंजिल से गिरने के कारण उनकी हालत गंभीर हो गई थी बताया जा रहा है कि इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें डॉक्टरों की सूझबूझ के कारण बचा लिया गया।
प्रणाम इस प्रकार है कि अरशद नाम के एक व्यक्ति वीवीआइपी मॉल के पास में रहते थे उनके दो बेटे थे अयूब और शोएब बता दें कि आयोग डेढ़ महीने का है जबकि शोएब 4 साल का अरशद की पत्नी का नाम नेहा है जोकि एक सोसाइटी पर काम करती हैं वही अरशद भी साइट पर काम करते हैं।
बता दे की दोनों बच्चे छत पर अकेले थे जबकि उनके माता-पिता काम पर गए थे तभी अचानक 9:00 बजे शोएब बॉल पकड़ने के लिए छत पर दौड़ने लगा जिसके कारण वह अचानक नीचे जा गिरा उसके बाद उस उसकी हालत काफी गंभीर हो गई
वहां पर मौजूद एक कर्मचारी ने उसकी मां को बुलाया जिसके बाद उसे मेरठ के अस्पतालों में ले जाया गया किंतु किसी भी अस्पताल ने उसे लेने से इनकार कर दिया क्योंकि उसकी हालत बहुत ज्यादा गंभीर भी इसके पश्चात संयुक्त अस्पताल में भर्ती किया गया ।
जहां ट्रेनी हिमांशु द्वारा उनका ट्रीटमेंट शुरू किया गया ट्रेनी हिमांशु द्वारा बताया गया की उनके फिर छाती और पीठ पर काफी गहरे घाव थे कि ट्रेनी हिमांशु द्वारा उससे सुन्न करने का इंजेक्शन दिया गया फिर उस पर ट्रेनी तालिब की सहायता से चार टांके लगाए गए
जिसके कारण छाती में रक्त स्राव बंद हो गया करीब 4 घंटे तक बच्चे की पूर्ण देखभाल की गई और सारे अन्य जांच भी की गई डॉ राहुल और फार्मेसिस्ट कमल ने बच्चे का इलाज किया जिसमें नर्सिंग की डिप्लोमा करते हुए हिमांशु तालिब और विशेष ने बच्चे के इलाज में महत्वपूर्ण योगदान दिया।