टिड्डी चेतावनी संगठन (Locust warning Organization) के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि टिड्डियों का झुंड शनिवार को गुरुग्राम और दक्षिणी दिल्ली सहित दिल्ली एनसीआर के विभिन्न हिस्सों में देखा गया था। इन टिड्डियों को नियंत्रित नहीं कर पाने के कारण, अब ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कासगंज (Kasganj) तक पहुंच गए हैं।
LWO (लोकस्ट वार्निंग आर्गेनाइजेशन) के डिप्टी डायरेक्टर, केएल गुर्जर ने कहा कि “हम पूरे झुंड को नियंत्रित नहीं कर सकते। उन्होंने रविवार सुबह फिर से उड़ान भरी। हमने ड्रोन, फायर ब्रिगेड की व्यवस्था की है। हमारे पास टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए वाहनों पर लगे स्प्रेयर वाली सात टीमें भी शामिल है। हम इसे नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। नियंत्रण संचालन आज रात फिर से शुरू होगा। टीमें झुंड के साथ आगे बढ़ रही हैं।”
LWO की राजस्थान में भी कई टीमें हैं, जो पाकिस्तान और ईरान से आने वाले नए टिड्डियों को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। गुर्जर ने कहा, “सीमा पर नियंत्रण अभियान को मजबूत किया गया है ताकि और टिड्डियाँ देश में नहीं आ सकें।”
इस बीच, मानसून भी राजस्थान के सूखे क्षेत्रों में पहुंच गया है। और इसी के साथ साथ कई इलाकों में टिड्डियों का प्रजनन (breeding) भी शुरू हो गया है। गुर्जर ने शनिवार को कहा था कि “टिड्डियों ने अंडे दिए हैं और उनमें से कुछ हॉपर (hopper) भी जन्मे हैं। लेकिन हम इन हॉपरों को तुरंत नियंत्रित करने का प्रबंधन करेंगे।”