आज यानी बुधवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने एक बैठक की। बैठक में उपमुख्यमंत्री ने लोक निर्माण अधिकारियों को कहा है कि इस साल पूरे राज्य में 800 किलोमीटर सड़कों को “हर्बल रोड” की तरह बनाया जाएगा। इसका मतलब यह है कि सड़कों के किनारे हर्बल और औषधीय पौधें लागये जाएंगे जैसे आंवला, नीम, पीपल, जामुन और बेल आदि। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हर्बल रोड बनाने से पर्यावरण के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि औषधीय पौधों से दवाइयां भी बनाई जा सकेगी।
केशव मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर्बल पौधों की सुरक्षा के लिए बरसात से पहले ही ट्री गार्डों की व्यवस्था कर दी जाए। इसके साथ साथ उन्होंने पौधों को पानी देने आदि जैसे कार्यों के लिए बेलदारों को जिम्मेदारी सौंपने का आदेश दिया है। पौधों को लगाने से सड़कों को यह मदद मिलेगी कि सड़क बरसात में किनारों से टूटेंगे नहीं। इससे जमीन के अंदर के पानी को बचाने में मदद भी मिलेगी।
वहीं प्रदेश के कुल 75 जिलों में अब तक 6823 लोग कोरोना के संक्रमण में आ चुके हैं। बुधवार को राज्य में 275 नए मामले सामने आए हैं और अब तक कुल 178 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है। प्रमुख सचिव प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में प्रवासी मजदूर काफी तादाद में वापस लौटे हैं इसलिए ये सुनिश्चित करना होगा कि वो 14 दिन के क्वारंटाइन के बाद भी 21 दिनों तक अपने ही घरों में रहे। इस कार्य के लिए प्रसाद ने ग्राम निगरानी और मौहल्ला निगरानी से विनती की कि वो ऐसे लोगों का घरों में रहना ही सुनिश्चित करें।