चंबा के थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा पर पीड़ित पक्ष की न सुनने और उन्हें थाने बुलाकर धमकाने के आरोप लगे हैं। टिहरी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा के खिलाफ निलंबित की कार्रवाई की है। बुधवार को चंबा के थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा को निलंबित कर पुलिस लाइन से संबद्ध करने के आदेश दिए गए। उन पर उद्यान विभाग के शोध केंद्र के कर्मचारी वीरेंद्र नेगी ने गंभीर आरोप लगाए थे कि मंगलवार को काणाताल पंपिंग योजना के ठेकेदार अनीश के 8 श्रमिक उनके शोध केंद्र में आए और लाइन खुदाई का काम करने लगे। बिना अनुमति के खुदाई करने पर जब उन्हें रोका गया तो इन लोगों ने वीरेंद्र नेगी, राजेंद्र प्रसाद और आशीष सेमवाल के साथ मारपीट की और इस घटना के बाद वीरेंद्र ने थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा को फोन कर घटना की जानकारी दी।
पीड़ितों को आरोप है कि सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे तो जरूर गए थे लेकिन पीड़ित पक्ष के साथ ही बदसलूकी करने लगे। एसएचओ ने आरोपियों की बजाय पीड़ितों को थाने बुला लिया और शिकायत करने के लिए उन्हें जोर से फटकार भी लगाई, और फिर ये मामला बढ़ता ही चला गया। बुधवार को चंबा ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख संजय मैठाणी और पीड़ित पक्ष के लोग एसएसपी के दफ्तर पहुंचे और थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पीड़ितों ने एसएसपी को ज्ञापन देकर सुंदरम शर्मा के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की।
इस मामले में थानाध्यक्ष सुंदरम शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। उनकी जगह निरीक्षक पंकज देवरानी को चंबा का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। नई टिहरी कोतवाली में देवेंद्र सिंह रावत को तैनाती दे दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने जिले के सभी थानाध्यक्षों को इस मामले से सबक लेने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा है कि हर थानाध्यक्ष पीड़ित पक्ष की बात को ध्यान से सुने और इस मामले में लापरवाही पर थानाध्यक्षों के खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी। आने वाले समय में अब कोई भी पुलिस अधिकारी आरोपियों से बदसलूकी नहीं करेगा।
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