खुफिया एजेंसियों ने डेटा समझौता और सुरक्षा खतरे को लेकर चीन से जुड़े 52 मोबाइल एप्लिकेशन को रेड-फ्लैग किया। इसके बाद यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अपने कर्मियों को इन ऐप को ब्लॉक या बंद करने के निर्देश जारी किया है। यह कदम लद्दाख में चीन-भारतीय सीमा में तनाव के बाद उठाया गया है। इन एप्पलीकेशन की सूची में लोकप्रिय शॉर्टविडियो ऐप टिकटॉक (Tiktok) और यूसी ब्राउज़र (UC browser), एक्सेंडर, शेयरइट और क्लीन-मास्टर जैसे ऐप शामिल है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि “किसी को भी ऐसे सॉफ्टवेयर का उपयोग नहीं करना चाहिए जो डेस्कटॉप या लैपटॉप की सुरक्षा से समझौता करता है। विशेष टास्क फोर्स द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए यह एक ऐतियाती आदेश है।”
पुलिस महानिरीक्षक, एसटीएफ, अमिताभ यश ने कहा कि दुनिया भर की खुफिया एजेंसियों ने आगाह किया है कि कुछ ऐप्स में स्पाईवेयर है ताकि वे फोन, लैपटॉप और डेस्कटॉप पर डेटा आसानी से देख सकें। हमने अधिकारियों, कर्मियों को एक परिपत्र (circular) जारी किया है और उनसे इसका उपयोग तुरंत रोकने को कहा है। ऐसे ऐप का इस्तेमाल बंद करने के लिए परिवार के सदस्यों को बताया जाए।”
आईजी ने कहा, “लॉकडाउन के तुरंत बाद, हमने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग ऐप ज़ूम का उपयोग नहीं करने के लिए कर्मचारियों को एक समान नोटिस जारी किया। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने भी इस ऐप के बारे में सुरक्षा के मुद्दे उठाए हैं।”