हत्या के आरोपी को पकड़ने गयी उत्तरप्रदेश पुलिस की टीम को खुद बदमाशों ने बंधक बना लिया। मैनपुरी पुलिस की एक टीम ग्वालियर में गैंगस्टर गुड्डू चौहान और उसके साथी सौरभ भदौरिया को पकड़ने गयी थी। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर ओमजीत वाजपेयी और सब इंस्पेक्टर अमित सिंह कर रहे थे। नियमों के मुताबिक जब उत्तर प्रदेश पुलिस यूपी आयी थी तब उन्हें एसपी ग्वालियर को इसकी सूचना देनी चाहिए थी। फिर दोनों राज्यों की पुलिस मिलकर अपराधियों को पकड़ती। लेकिन यूपी पुलिस ने ऐसा नहीं किया जिसके चलते खुद वह बंधक बन गये।
ग्वालियर के रानीपुरा में यूपी पुलिस सोनू राठौर के घर पहुंच गई। क्योंकि सोनू राठौर ने सौरभ को अपने घर मे शरण दे रखी थी। इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर सिविल ड्रेस में सोनू के घर बैठे हुए थे। जबकि उनके अन्य दो जवान शौरभ को पकड़ने उसके ठिकाने में जा पहुंचे। सौरभ सो रहा था। इस बीच दोनों जवानों ने उसे धर दबोचा। फिर वे उसे पकड़कर अपनी गाड़ी तक लाये। लेकिन स्थानीय लोगों ने दोनों जवानों को घेर लिया और उनपर पथराव करने लगे। इस दौरान उन लोगों ने पुलिस जवानों को बंधक बना लिया।
स्थानीय लोगों ने दोनो जवानों को 40 मिनट तक बंधक बनाए रखा। उन्होंने सौरभ को छुड़ा लिया। ग्वालियर पुलिस को जब इसकी सूचना मिली तब उन्होंने यूपी पुलिस के दोनों जवानों को उनके बंधन से छुड़ाया। बता दें, साल 2010 में सौरभ भदौरिया ने अपनी पत्नी की हत्या की थी। वह जेल भी गया था लेकिन जल्द ही फरार हो गया था। जबकि दूसरा आरोपी गुड्डू के खिलाफ 10 हत्या के मामले दर्ज है। जिसमें एक भाजपा नेता मदन चौहान की भी उसने गोली मारकर हत्या की थी।