
कैसा लगेगा आपको यह सुनकर कि कबाड़ से भी जेसीबी मशीन बनाई जा सकती है जी हां यह कारनामा करके दिखाया है सिर्फ 12 वर्षीय प्रतिभावान हरीश कोरंगा ने जो उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के भनार गांव के निवासी हैं यह मशीन ठीक जेसीबी मशीन जैसे ही कार्य करती है जबकि ये मशीन कबाड़ से बनाई गई है,
हरीश ने बेकार मेडिकल इंजेक्शन गोपियों के गद्दे आइसक्रीम की डंडी आ और अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करके यह मशीन तैयार की है
हरीश के पिता एक जेसीबी ऑपरेटर हैं जिनका नाम कुंदन सिंह कोरंगा है हरीश अभी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भनार के कक्षा नौवीं के छात्र हैं अपनी प्रतिभा के चलते हरीश हर तरफ से प्रशंसा बटोर रहे हैं सोशल मीडिया पर भी उनकी काफी सराहना की जा रही है।