आजकल हम टी वी पर देखते हैं और अखबारों में भी पढ़ते हैं। रेप या बलात्कार की आठ दस घटनाएँ तो रोज हमारे सामने आ आ ही जाती हैं। कभी कभी ये घटनाएँ बहुत हृदयविदारक और नृशंस होती है। ऐसी ही एक दरिंदगी मधुबनी जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई है। जहां 17 साल की दिव्यांग लड़की का रेप कर उसकी आंखे फोड़ दी गयी ताकि बच्ची किसी भी आरोपी को पहचान न पाए। वह लड़की बोल और सुन नहीं सकती थी। दुष्कर्मियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर डाली। जानकारी के मुताबिक बच्ची खेत में बकरी के लिए पत्ता तोड़ने गई थी जहां जाकर वह खुद फस गई। कुछ दरिंदों ने उस नाबालिग लड़की के साथ गेहूं के खेत में दुष्कर्म किया।और इसके बाद बच्ची की पहचान छिपाने के लिए उन्होंने बच्ची की आंखों में लकड़ी का टुकड़ा घुसाकर दोनों आंखे फोड़ डाली।
वे उसे तड़पता हुआ, मरने के लिए छोड़कर वहां से भाग गए।जब परिजनो को बच्ची काफी देर से नहीं दिखाई दी तो वे उसकी खोज में निकले। जब उन्होंने उसे खेत में पाया तो वह बेहोशी की हालत में एक बगीचे में लहूलुहान हालत में मिली। अब उस नाबालिक बच्ची को दरभंगा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत बहुत गंभीर बताई जा रही है।परिजनों के मुताबिक पीड़ित लड़की बिहार बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहीं थी। बच्ची बोलने और सुनने में असक्षम है। डॉक्टरों ने बताया की बच्ची की एक आंख में लकड़ी घूसाकर उसे पूरी तरह से खराब (damage) कर दिया है, वहीं उसकी दूसरी आंख की रोशनी चले जाने का भी खतरा है। इसके साथ ही लड़की के चेहरे पर भी बहुत से गंभीर घाव बने हुए हैं।