उत्तराखंड: वीर भूमि जब भी किसी के मुंह से है शब्द सुनाई देता है तो सबसे पहले उत्तराखंड का नाम जहन में आता है हम ये इसलिए नहीं कह रहे की ये देव भूमि है हम ये इसलिए कह रहे है क्युकी ये देवभूमि के साथ साथ वीर भूमि भी है जब भी इतिहास में बलिदानियों को याद किया जाता है तो इसका भी गुणगान होता है और जहां पर बार देश की सुरक्षा को लेकर आती है तो इसके वीर सपूत सबसे पहले मैदान में कूद पड़ते है और देश के लिए लड़ते और सहिद हो जाते है ये दुखद खबर आयी है इस मिट्टी के लाल सीमा पर सहिद हो गए ये दोनों वीर उत्तराखंड के रहने वाले है
नियंत्रण रेखा के पास जंगलों में आतंकवादियों की तलाश की जा रही थी जिसमे की आतंकवादियों ने एक दम से हमला कर दिया हमले में जवानों की तरफ से जवाबी कार्यवाही करी गई जिसमें की सेना ने 5 आतंकवादियों को मार गिराया है लेकिन एक दुखद खबर ये भी है इसमें सेना के 5 जवान भी शहीद हो गए इस मुठभेड़ में उत्तराखंड की दो लाल भी शहीद हो शहीद होने वाले जवानों की पहचान उत्तराखंड के हवलदार देवेंद्र सिंह, हिमाचल प्रदेश के सूबेदार संजीव कुमार, उत्तराखंड के पैरा ट्रूपर अमित कुमार, हिमाचल प्रदेश के पैरा ट्रूपर बाल कृष्ण और राजस्थान के छत्रपाल सिंह के रूप में हुई है
इसके दो जवान उत्तराखंड के रहने वाले है जवान देवेंद्र सिंह रुद्रप्रयाग के रहने वाले है और पैरा ट्रूपर अमित कुमार उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले है इस मुठभेड़ में उत्तराखंड के ये दोनों लाल भी वीर गति को प्राप्त हो गए पूरे उत्तराखंड में इस समय मातम का माहौल में नाम इन वीर सपूतों को सत सत नमन करते है और इनके अदम्य शाहस को नमन करते हुए इनको प्रणाम करते है।