हल्द्वानी का पुराना बस स्टेशन, जो 1952 से शहर के यातायात की जान रहा था, अब इतिहास के पन्नों में समा जाएगा। इस बस स्टेशन को बहुउद्देशीय भवन प्रोजेक्ट के लिए तोड़ा जाना है, जिससे यह स्टेशन अपना अस्तित्व खो देगा। यह स्टेशन न केवल यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, बल्कि शहर की पहचान का भी एक हिस्सा था।
हल्द्वानी के पुराने बस स्टेशन को तोड़ने से पहले ट्रांसपोर्ट नगर में एक नया बस स्टेशन बनाया जाएगा, ताकि बसों का संचालन बिना किसी व्यवधान के जारी रहे। नए बस स्टेशन के लिए डिजाइन और बजट का प्रस्ताव तैयार हो चुका है, जिसमें पौने तीन करोड़ रुपये खर्च होंगे। एशियन डेवलेपमेंट बैंक (एडीबी) और उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) से बजट मिलने के बाद नए बस स्टेशन का निर्माण शुरू हो जाएगा। इस तरह से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और शहर के यातायात को भी सुधारा जा सकेगा।
कुमाऊं का सबसे व्यस्त बस स्टेशन हल्द्वानी जल्द ही अपनी पुरानी पहचान खो देगा। यहां से दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित विभिन्न मार्गों पर 300 से अधिक बसें चलती हैं। ऐसे में नए बस स्टेशन का निर्माण आवश्यक हो गया है, जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए पूछताछ केंद्र, टिकट आरक्षण कक्ष, चालक-परिचालक विश्राम गृह, शौचालय, प्रतीक्षा गृह, जलपान गृह, यात्री प्लेटफार्म, ड्रेनेज सिस्टम और बस पार्किंग स्थल जैसी सुविधाएं होंगी। नए बस स्टेशन के निर्माण से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और शहर के यातायात को भी सुधारा जा सकेगा।
हल्द्वानी के नए बस स्टेशन में यात्रियों की सुविधा के लिए कई नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी। पुराने बस स्टेशन में चाइल्ड केयर सेंटर की कमी थी, लेकिन नए बस स्टेशन में यह सुविधा उपलब्ध होगी। महिलाएं यहां अपने छोटे बच्चों को बैठाकर उन्हें खाना खिला सकेंगी। इसके अलावा, नए बस स्टेशन में पुलिस चौकी और एटीएम की सुविधा भी होगी, जिससे यात्रियों को सुरक्षा और आर्थिक सुविधा मिलेगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि नए बस स्टेशन में यात्रियों की सभी जरूरतों का ध्यान रखा जाए।