भौसिया छाना ब्लॉक जिला अल्मोड़ा में एक ढाई साल के बच्चे को उसकी माँ की गोद से तेंदुआ शाम के समय उठाकर ले गया। औऱ आदमखोर तेंदुए ने बच्चे को अपना निवाला बना लिया। औऱ अगर कुछ निशानी के तौर पर छोड़ा तो सिर्फ एक धडविहीन सर। हाँ दोस्तो जंगल में बच्चे का सिर्फ धड़ विहीन सर मिलां।यह घटना तो सोमवार शाम की है लेकिन बुधवार को एक अन्य महिला की लाश इसी इलाके से बरामद की गई। दोस्तों इस शव को तेंदुए ने बुरी तरह से बिछत करके गम्भीर बनाया हुआ था। महिला की पहचान करना मुश्किल हो रहा था।
क्या है पूरा मामला जानिये।
अल्मोड़ा के पेटसाल गांव हरिराम की पत्नी आनंदी अकेली घर पर रहती थी इनकी 3 बेटियों की शादी हो चुकी है। बता दें कि पति भी इस दुनिया में नहीं रहे। दरहशल मंगलवार की शाम को आनंदी अचानक घर से लापता हो जाती है जब आनंदी की खोज की जाती है तो आनन्दी का शव गांव के पास जंगल में मिलता है। 75 वर्षीय आनंदी की गंभीर रूप से घायल लाश की जानकारी तत्काल वन विभाग की टीम को दी।यह भी पढ़े: उत्तराखंड न्यूज़: दूल्हा निकला कोरोना पॉजिटिव, दुल्हन समेत 17 बराती क्वारेंटाइन
बता दें कि तेंदुए की बढ़ती अदमखोरी के चलते गांव वालों ने वनविभाग की टीम को बोला था या तो इसे पकड़ लिया जाए या तो मार दिया जाय लेकिन इस विषय में अभी कोई रिस्पांस नहीं आया। दोस्तों 2 घटनाएं मुख के सामने होने पर भी आखिर प्रशासन आखिर चुप क्यों है इसका जवाब किसी पर नहीं है। सोमवार को भी माँ की गोद से तेंदुआ उसके बच्चे को उठाकर अपना शिकार बनाता ले गया। अब जल्द से जल्द प्रशासन को इस विषय की ओर ध्यान देना पड़ेगा