आपको बता दें कि पिछले साल लद्दाख के डोकलाम में चीनी और भारतीय सेना के के बीच हुए टकराव के बाद चीनी सेना भारत के दूसरे इलाकों पर भी गतिविधियां बढ़ाने लगी है। उत्तराखंड के चमोली से लगे चीन सीमा के बाड़ाहोती क्षेत्र में चीनी सैनिकों की गतिविधियां देखी गई हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि बाड़ाहोती में चीन के 40 सैनिक पहुंचे थे, जबकि कुछ सैनिक घोड़े पर सवार होतीगाड़ तक पहुंचे। चीनी सैनिकों की गतिविधियों की खबर सुनते ही उत्तराखंड सरकार ने खुफिया एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया और पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। सूत्रों का कहना है कि रक्षा विशेषज्ञों का मानना है की चीन इस इलाके में कुछ गतिविधियों का प्रयास कर सकता है। लेकिन सेंट्रल सेक्टर में भारत की ऑपरेशनल तैयारी काफी अधिक है। हाल ही में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सेंट्रल आर्मी चीफ ले. जनरल वाई दिमरी ने भी इस सेंटर का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया।
बाड़ाहोती में चीनी सैनिकों की गतिविधि बढ़ने के बाद भारतीय सेना उस इलाके में ड्रोन की संख्या बढ़ा दी है। भारतीय सेना ने अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर कुछ सैनिकों को अग्रिम इलाकों पर भेजा दिया है। इंडियन एयरफोर्स द्वारा भी चिन्यालीसौड़ सहित कुछ एयर बेस को एक्टिवेट कर दिया है, जहां AN-32 लगातार लैंड कर रहे हैं। चिनूक हेलिकॉप्टरों की भी तैनाती हो गई है जोकि जरूरत पड़ने पर सैनिकों को एक घाटी से दूसरी घाटी में पहुंचा सकते हैं।
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