उत्तराखंड की बेटियां अपनी प्रतिभा और मेहनत से हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं। चाहे शिक्षा जगत हो या खेल जगत, यहाँ की बेटियां अपनी सफलता की कहानी लिख रही हैं।चंपावत जिले की अंजलि चंद ने पीसीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर उप शिक्षा अधिकारी का पद हासिल किया है, जो उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। अंजलि ने अपनी शिक्षा चंपावत और उधम सिंह नगर जिले में पूरी की और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी ऑनर्स मैथ और एमएससी अप्लाइड साइंस में उत्तीर्ण हुई।
अंजलि की सफलता ने पूरे प्रदेश को गर्व से भर दिया है और यह एक प्रेरणा है उन सभी बेटियों के लिए जो अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं। हमें ऐसी होनहार बेटियों से रूबरू करवाने का मौका मिलता है, जो अपनी मेहनत और समर्पण से सफलता के नए मुकाम हासिल कर रही हैं।
चंपावत जिले की टनकपुर निवासी अंजलि चंद ने पीसीएस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने परिवार और क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। उन्होंने उप शिक्षा अधिकारी के पद पर चयन पाया है, जो उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
अंजलि ने अपनी शिक्षा की नींव चंपावत में रखी, जहां उन्होंने दसवीं तक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने उधम सिंह नगर जिले के खटीमा से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की। तत्पश्चात उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीएससी ऑनर्स मैथ और एमएससी अप्लाइड साइंस में उत्तीर्ण हुई।
अंजलि चंद ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और शिक्षकों को दिया है, जिन्होंने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने अपने पिता प्रकाश चंद, माता दीपा चंद, चाचा धर्मेंद्र चंद, बसंत राज चंद और पीसीएस 2016 के टॉपर हिमांशु कफल्टीया को अपनी सफलता का श्रेय दिया है।
अंजलि का मानना है कि परीक्षार्थियों को बड़े शहरों की ओर रुख करने के बजाय अपने घर और परिवार के बीच में रहकर ही तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी पर्याप्त संसाधन और मार्गदर्शन उपलब्ध है, जो परीक्षार्थियों को सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।अंजलि की इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल है, और उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। उनकी सफलता ने यह साबित किया है कि मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।