उत्तराखंड: उत्तराखंड में कोरोनावायरस के चलते एक और बिमारी का खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। पृवत्ति इलाकुऔं में इस बिमारी का खतरा ज्यादा होने की आंशका है। कुमाऊं मंडल के ऊधम सिंह नगर और नैनीताल क्षेत्र के लोगों में डर का माहौल है।इन दिनों जिलौं में हर साल जलाशय में लाखों की तादाद में कहीं जगह से पक्षी आते हैं ऐसे में बर्ड फ्लू की आशंका ज़्यादा देखने को मिल सकती है।
कुमाऊं मंडल के सभी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। राहत भरी खबर ये है कि फिलहाल कोई भी मामला सामने नहीं आया है। पर लेकिन बर्ड फ्लू के मामले हमें दुसरे राज्यों में नजर आ रहे हैं जैसे कि राजस्थान, हिमाचल, मध्यप्रदेश और चंडीगढ़ में मुगियौं और पक्षियों की मौत हो रही है। उत्तराखंड में कुमाऊं के हरिपुरा, बौर , हरिपुरा, नानकसागर, कौनसी बैराज वाले इलाकों में पक्षियों की भारी मात्रा में है।
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उत्तराखंड प्रदेश के वन विभाग के कर्मियों ने बोला है कि दुसरे राज्यों के पक्षियों में नज़र रखी जा रही हैं। कहां जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश के पौंग बांध में एक हजार से ज्यादा पक्षियों की मौत हो गई है।और वजह भी बर्ड फ्लू यी है।पांच दिसंबर को चंडीगढ़ में भी पोल्ट्री फार्म में की मुगियौ की तादाद में मौत हो गई है। और वही राजस्थान से भी ढाई सौ से ज्यादा कौओं की भी मौत का मामला सामने आया है।
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वन संरक्षक जीवन चन्द्र जोशी ने कहा कि अलग-अलग राज्यों में यह सुचना मिली है कि बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। इस लिए प्रदेश के सभी इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है।अस्पताल के एम एस डॉ अरूण जोशी ने बताया कि फिलहाल कोई भी मामला सामने नहीं आया है और अस्पताल में सब तैयारी में जुटे हुए हैं। फिर भी सब सतर्क हैं। बर्ड फ्लू की दवा टेमीफ्लू पयाप्त मात्रा में हमारे पास उपलब्ध हैं, इसलिए हमें खबराने की जरूरत नहीं है।
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