इस समय उत्तराखंड में कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। रविवार रात को ही उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बादल फटने से दो गांवों को काफी नुकसान हुआ था। इनमे से एक गाँव टांगा गांव भी था। टांगा गांव में बादल फटने से काफी तबाही हुई थीं। वहां गाँव तक जाने के सभी रास्ते भी टूट गए थे। इसी बीच गाँव के कुछ लोगों की मौत भी हो गयी थी जबकि कई लोग लापता हुए थे। हादसे के शिकार हुए अब तक 8 लोगों के शव प्रशासन ने निकाले हैं। जिन्हें ढूंढने का कार्य अभी भी जारी है। अब उनमें से 2 मासूम बच्चों को ढूंढा जा चुका है लेकिन अब काफी देर हो गयी है। दोनों मासूम दुनिया को अब अलविदा कह चुके हैं।
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दोनों का नाम दिव्यांश और लतिका है। दोनो भाई बहन थे। यह दोनों मदकोट में पढ़ने के लिए अपने पिता के साथ रहते थे। इनके पिता ने वहां एक कमरा किराए पर ले रखा था। बच्चों के पिता का नाम गणेश सिंह बताया जा रहा है। दरअसल कोरोना के कारण देश के सभी स्कूल बंद हो गए थे जो अब भी बन्द है। जिसके कारण गणेश सिंह अपने दोनो बच्चों दिव्यांश और लतिका को वापस गाँव ले आये थे। बच्चे गाँव में फिर से स्कूल खुलने के इंतज़ार में थे, लेकिन किसे पता था कि वो अब कभी भी स्कूल को नहीं देख पाएंगे। रविवार की रात जब बादल फटने से सबकुछ तबाह हो गया, फिर उसके बाद राहत बचाव का कार्य शुरू किया गया। इस बचाव कार्य में दोनों मासूमों का शव भी मिला।