
उत्तराखण्ड में हो रहे धांधलेबाजी को पंतनगर विश्वविद्यालय के दो कर्मचारियों ने निरीक्षक भर्ती कांड में उनके खिलाफ आरोप दायर किया गया था इस मामले में अभी कार्यवाही जारी है अनुमान के अनुसार अनुचित तरीके से काम पर रखे गए निरीक्षकों के अलावा विश्वविद्यालय के अन्य कर्मियों की भी गलती हो सकती है ।
पंतनगर विश्वविद्यालय परीक्षा एवं चयन समिति ने 2015 में विश्वविद्यालय के दो अधिकारियों समेत 12 लोगों के खिलाफ पएफआईआर दर्ज करने के बाद शनिवार को सीधे 356 आरक्षकों की नियुक्ति कर दी थी नतीजतन , कई कर्मचारियों और अनुचित तरीके से काम पर रखे गए निरीक्षकों की निगरानी वर्तमान में विजिलेंस द्वारा की जा रही है।
सूत्रों का दावा है कि विजिलेंस किसी भी समय इन व्यक्तियों सहित अन्य आरोपियों को हिरासत में ले सकता है , हालांकि, धांधली में शामिल निरीक्षकों सहित नामांकित व्यक्तियों ने अपना बचाव करने के लिए अदालत में पेश होने का फैसला किया है। 35 से अधिक ऐसे निरीक्षक, जिनके नाम लिस्ट में शामिल है वहीं कथित तौर पर अपनी केस डायरी को सही ढंग से लिखना नहीं आता।
इनमें से करीब 15 पुलिस अधिकारियों के नाम एसटीएफ ने विजिलेंस को मुहैया कराए हैं । नतीजतन , विजिलेंस जांच में अब कई नाम सामने आ सकते हैं एसपीप्रहलाद सिंह मीणा के मुताबिक इस मामले में अनियमितता की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की गई है .फिलहाल जांच जा रही है