लड़की ने सीएम तक पहुंचाई गांव के लोगों की पीड़ा, कहा सरकार हमे बेवकूफ बना रही है, देखिए वीडियो..

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chamoli viral video girl brought the pain of the people of the village to the cm

चमोली: उत्तराखण्ड गैरसैंण के लोगों ही हालत बेहद खराब है। वहां के क्षेत्रों की हालत बेहद खराब बनी हुई है। पहाड़ के लोगों की कोई भी समस्या नहीं सुनता है, उनकी परेशानियों को कोई नहीं देखने आता है ऐसे में वो अपने आपको बेबस समझ बैठते हैं। वहीं, खबर है की पहाड़ की एक लड़की ने सीएम से अपनी गांव वासियों की पीड़ा सुनाई। और अब इस लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेजी से वायरल हो रहा है।यह समस्या गैरसैंण के पास के एक गांव सेवा तेवाखर्क की है, जहां गांव के ग्रामीण वहां के बीमार लोगों को डंडी के सहारे 7 किमी सड़क मार्ग पर लाकर वहां से 18 से 20 किमी दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के जा रहे हैं। ये घटना इसी महीने में चार बार हो चुकी है। वहीं, ये हालत केवल इसी गांव की नही है बल्कि बाकी गांव की भी है।

गैरसैंण में जहां ये गांव स्थित है वहां आज के दौर में भी सड़क सुविधा नहीं है, जिस कारण यहां के लोगों को बहुत सी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। बताया जा रहा है की आज सुबह गांव की काशी देवी की दबियत बिगड़ने से ग्रामीण उन्हे डोली के सहारे अस्पताल तक ले गए, जिसे उन्हे काफी दूर पैदल चलना पड़ा और कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे बड़ी मजबूरी ग्रामीणों की है की सड़क। दरअसल लोग सड़क बनाने का वादा तो कर देते हैं लेकिन वो वादा कब पूरा होगा ये किसी को भी नही पता होता है। ALSO READ THIS:मनदीप ने कहा था मां अब हम बड़ा घर बनाएंगे, सपना पूरा होने से पहले हुए शहीद..

और यहां भी कुछ ऐसा ही हुआ है दरअसल साल 2012 में यहां मुख्यमंत्री ने बोला था की गांव में सड़क निर्माण होगा लेकिन उसका इंतजार करते – करते गांव के ग्रामीणों ने 26 जनवरी 2021 से अपने गांव में मोटर मार्ग बनाने का कार्य खुद ही शुरू कर दिया, और साथ ही ग्रामीणों ने क्रमर्क अनशन भी किया और ये सब 46 दिनों तक चला लेकिन किसी ने भी इसकी खबर नहीं ली। और वहीं बताया गया है की 12 मार्च को उपजिलाधिकारी गैरसैंण कोस्तुभ मिश्र, लोनिवि के सहायक अभियंता, नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष गांव में पहुंचे, और उन्होंने वहां अनशनकारियों को ये आश्वासन दिया की वो एक माह के अंदर सड़क का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा।

वहीं, ग्रामीणों का कहना है की उनके आंदोलन खत्म करने के बाद किसी ने न कोई सड़क बनाई न ही इसका जिक्र किया। वहीं, सड़क न होने के कारण गांव के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, आजकल बारिश का मौसम होने से ग्रामीण बीमार पड़ रहे हैं, वहीं उन्हे बारिश के मौसम में अस्पताल तक पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।वहीं, दुख की बात ये है की गांव में स्वास्थ्य महकमा खुद ही बीमारी से ग्रस्त हैं। वहीं, अब इस लड़की ने सीएम तक अपनी गांव की पीड़ा बताई है जो की सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अब देखना ये होगा की सीएम इस पर कितनी जल्दी अपना फैसला सुनाते हैं। गांव के लोग इस सड़क की परेशानियों से मुक्त हो जाए हम भी ये ही चाहते हैं।

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