आजकल बहुत सारी कठिन परीक्षाओं के परिणाम सामने आ रहे हैं. जिसके लिए सभी अभ्यार्थियों ने बहुत ज्यादा मेहनत की थी और बड़ी ही बेसब्री से परिणाम का इंतजार कर रहे थे. एनी परीक्षाओं में उत्तराखंड के युवाओं ने काफी ज्यादा धूम मचा कर रखी है.
अभी कुछ ही दिनों पहले यूजीसी नेट की परीक्षा परिणाम भी आए थे. जिसमें कि उत्तराखंड के युवाओं ने बहुत ही ज्यादा अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण किया है और पूरे देश में उत्तराखंड का सिर गर्व से ऊंचा किया है. इसी से मिलती-जुलती एक और खबर सामने आ रही है.
जहां लो घाट के गांव की रहने वाली संगीता बिष्ट ने मनोविज्ञान विषय से नेट जेआरएफ की परीक्षा मैं ऑल इंडिया 3rd रैंक से उत्तीर्ण करके उत्तराखंड का सर पूरे देश में गर्व से और ऊंचा कर दिया है. संगीता बिष्ट मूल रूप से चंपावत के लोहाघाट के राइकोट ग्राम सभा की रहने वाली है.
गीता बिष्ट ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केंद्र विद्यालय लो घाट से पूरी की. जिसके बाद उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी से पूरी की और वर्तमान समय में वह मद्रास यूनिवर्सिटी के चौथे सेमेस्टर में पढ़ रही है. संगीता बिष्ट के पिता मोहन सिंह बिष्ट एक पूर्व सैनिक है और उनकी मां विमला देवी एक कुशल ग्रहणी है. संगीता बिष्ट ने यह परीक्षा बिना किसी कोचिंग के उत्तीर्ण की है. संगीता के परिजनों का कहना है कि वह बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में बहुत ही ज्यादा अच्छी है.
संगीता बिष्ट का अपनी इस कामयाबी के बाद कहना है कि उनका लक्ष्य भविष्य में सिविल सर्विसेज परीक्षा उत्तीर्ण कर आम जनमानस की सेवा करना है. संगीता बिष्ट ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. संगीता बिष्ट की इस उपलब्धि से पूरे परिवार व परिजनों में खुशी का माहौल है.