उत्तराखंड में भी कोरोना रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज करीना मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है। रोज 4 से 5 हजार कोरोना के मामले उत्तराखंड में सामने आ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए 26 अप्रैल से 3 मई तक राजधानी देहरादून, स्वर्गाश्रम और कोटद्वार में लॉकडाउन जैसी पाबंदियाँ लगा दी गयी है। आप जसे एक तरह का कर्फ्यू भी मान सकते हैं। केवल जरूरी दुकानें ही इस कर्फ्यू के दौरान खुली रहेंगी। ऋषिकेश, छावनी परिषद गढी कैंट, देहरादून और क्लेमेंटाउन में पूरी तरह कर्फ्यू होगा।
राज्य में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने जिलाधिकारियों को यह कर्फ्यू लागू करने का आदेश दिया। कर्फ्यू के दौरान काफी कड़े कदम उठाये गए हैं। कर्फ्यू के दौरान वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। डेयरी, राशन, फल और सब्जी की दुकानें केवल शाम 4 बजे तक ही खुली रहेंगी। हालांकि पेट्रोल पंप और दवाओं की दुकानों पर कोई पाबंदी नहीं है।
राज्य के लगभग 35 से 40 प्रतिशत कोरोना मामले केवल देहरादून से ही सामने आ रहे हैं। रविवार को भी दून में 1670 नए मामले सामने आए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने 3 दिन के लिये सभी सरकारी कार्यालयों को बंद रखा है। सरकारी कार्यालय अब सीधा गुरुवार को खुलेंगे।
राज्य में रविवार को 4368 कोरोना मामलों की पुष्टि हुई है। जिसमें से 1670 तो राजधानी दून से ही दर्ज की गयी है। अब तक उत्तराखंड में कुल कोरोना मरीजों की संख्या 1.5 लाख को पार कर चुकी है। जबकि 2146 लोगों ने कोरोना के कारण ऊनी जान गवां दी है। हालांकि कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 35,864 है। बता दें, अब तक 110664 मरीज इलाज के बाद कोरोना से पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने अपने घरों मे जा चुके हैं।