लंबे समय से प्रतीक्षित देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे जल्द ही आम जनता के लिए खुलने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका उद्घाटन किए जाने की संभावना है। यह एक्सप्रेसवे अपनी अनूठी विशेषताओं और एशिया के सबसे बड़े वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के लिए सुर्खियों में है।
एक्सप्रेसवे की खासियतें
देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 210 किलोमीटर है। यह दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर देहरादून के आशारोड़ी तक फैला है। यह हाईवे न केवल यात्रा के समय को घटाकर ढाई घंटे करेगा, बल्कि यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं से लैस एक सहज, आरामदेह और तेज सफर का अनुभव भी देगा।
फेज 1: अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल वे तक का पहला चरण अगले महीने तक शुरू हो सकता है।
फेज 2:दो हफ्ते बाद देहरादून के वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के उद्घाटन की संभावना है।
वाइल्डलाइफ कॉरिडोर की खासियत
सहारनपुर के गणेशपुर से देहरादून के आशारोड़ी तक 14 किलोमीटर लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर इस प्रोजेक्ट का मुख्य आकर्षण है। 12 किलोमीटर लंबा यह हिस्सा वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए पर्यावरणीय संतुलन बनाएगा। घने जंगलों और पहाड़ों के बीच से गुजरने वाला यह कॉरिडोर यात्रियों के लिए नया अनुभव होगा।
स्मार्ट सुविधाएं और तकनीक
– आधुनिक स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से हर वाहन की निगरानी।
– फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन और पार्किंग जैसी आधुनिक स्मार्ट सुविधाएं।
– एलिवेटेड रोड्स के माध्यम से यातायात को सुगम व सरल बनाया गया है।
यात्री अनुभव और पर्यावरण पर असर
इस हाईवे के जरिए मेरठ, दिल्ली और सहारनपुर से आने वाले वाहन अब सीधा गणेशपुर से देहरादून में प्रवेश कर सकेंगे। इसके साथ ही यह परियोजना वन्यजीवों को नुकसान पहुंचाए बिना पर्यावरण संरक्षण के लिए नई मिसाल पेश करेगी। यह एक्सप्रेसवे उत्तराखंड और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई पर ले जाएगा और क्षेत्रीय विकास में अहम भूमिका निभाएगा।