
विकास मॉडल की तलाश में धामी सरकार ने लिया अहम फैसला उत्तराखंड को देश के आदर्श राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए धामी सरकार 29 सितंबर से तीन दिवसीय मंथन करने जा रही है
इस मंथन में मंत्री नौकरशाह सहित नीति आयोग के विशेषज्ञ भी शिरकत करेंगे बताया जा रहा है कि इन दिनों व्यापक चर्चा के बाद एक जरूरी रोडमैप तैयार किया जाएगा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कई बार इसका खुलासा अपने बयान के द्वारा कर चुके हैं उनका कहना है कि प्रदेश गठन के 25 वर्ष पूरे होने तक वह उत्तराखंड को आदर्श राज्यों की श्रेणी में स्थान दिलाएंगे
इस विकास मॉडल के चलते सरकार तीन दिवसीय मंथन आयोजित करने जा रही है जिस मंथन के लिए कई मंत्रियों सहित आयोग विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा बताया जा रहा है कि 29 सितंबर से यह मंथन शुरू किया जाएगा तथा 1 अक्टूबर को इस की आखिरी तिथि होगी इसकी जानकारी सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने दी
उनके द्वारा बताया गया कि इस तीन दिवसीय मंथन के पहले दिन सचिव, विभागाध्यक्ष , विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री और राज्य के विभिन्न एजेंसियों के द्वारा व्यापक चर्चा की जाएगी तथा दूसरे दिन, पहले सत्र में
प्रेजेंटेशन किया जाएगा तथा दूसरे सत्र में संगठनों द्वारा आपस में विचार विमर्श किया जाएगा इसके उपरांत समापन में अन्य मंत्री,विशेषज्ञ तथा सचिव अपना सुझाव देंगे आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि
मंथन मैं इंफ्रास्ट्रक्चर तकनीकी पर आधारित कृषि, मानव संसाधन विकास तथा प्राकृतिक संपदा जैसे अहम मसलों पर विचार विमर्श किया जाएगा इसके साथ ही राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए तथा रोजगार को बढ़ाने के लिए भी इस मंथन में विचार विमर्श किया जाएगा उत्तराखंड के प्रदेशिक गठन को 25 साल पूर्ण होने से पूर्व हर क्षेत्र को आदर्श तथा अच्छी स्थिति में लाने का उत्तराखंड सरकार ने अहम फैसला लिया है, तथा इसी के चलते उत्तराखंड सरकार ने रामनगर में तीन दिवसीय मंथन की नींव रखी है,
इस तीन दिवसीय मंथन मैं अहम मुद्दों को सामने रखा जाएगा जो कुछ इस प्रकार हैं कैसे हम अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं तथा कार्यप्रणाली कैसी हो? तथा इसके साथ दूसरे राज्यों का मॉडल उत्तराखंड राज्य में लागू करके जनता को कैसे लाभ पहुंचाया जा सकता है तथा और भी अन्य मुद्दों पर भी इस मंथन में विचार विमर्श किया जाएगा जो की उत्तराखंड के विकास मॉडल के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा