राज्य में एक बार फिर बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर दी गई है। यूपीसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर अनिल कुमार ने बिजली की नई दरों पर बिजली का बिल तैयार करने का ऐलान कर दिया है।
बता दे की बिजली की दरों में यह बढ़ोतरी 1 अक्टूबर से लागू की गई है। नियमानुसार फुल चार्ज एडजेस्टमेंट के कारण बिजली की दरों में यह बढ़ोतरी की गई है बताते चलें कि विद्युत नियामक आयोग समय-समय पर हर 3 महीने में फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के अंतर्गत बिजली की यह दरें निर्धारित करता है।
बिजली की बढ़ोतरी की दरों का निर्धारण गैस व कोयला की दरें महंगी होने के कारण फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के अंतर्गत हुआ है। बताते चले कि इससे पहले अप्रैल में 2.68% की बढोतरी के साथ बिजली की दरों में वृद्धि हुई थी।
इसके बाद फिर ऊर्जा निगम की अवधारणा पर 3.85% की वृद्धि हुई थी यह साल में तीसरी बार है जब राज्य में बिजली की दरों में वृद्धि की जा रही है। बिजली की दरों में यह बढ़ोतरी 1 अक्टूबर से लागू रहेगा। जिसके अनुसार घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 10 पैसे प्रति यूनिट की बिजली दर में बढ़ोतरी की गई है।
वहीं सरकारी विभागों के लिए 14 पैसे प्रति यूनिट और कृषि क्षेत्र के अंतर्गत 6 पैसे प्रति यूनिट वृद्धि जबकि एलटी और एचटी कारखानों से 14 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ यह बिल लिया जाएगा ।
बताते चले कि इससे पहले जुलाई से सितंबर में बढ़ाई गई बिजली की दरों से यह दर औसतन 7 पैसे प्रति यूनिट अधिक है। बिजली की यह दरें 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक के लिए निर्धारित की गई हैं।