राज्य के युवाओं ने विषम परिस्थितियों से लड़कर राज्य को एक नई पहचान दिलाई है इसी क्रम में अपने स्तर पर हर युवा राज्य की छवि को निखारने की कोशिश में लगा हुआ है। ऐसी एक मिसाल पेश की है राज्य के उत्तरकाशी जनपद स्थित थाती गांव के ग्राम प्रधान ने। उत्तरकाशी से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थाती गांव की ग्राम प्रधान तनुजा चौहान ने गांव के विकास में बढ़िया कार्य कर गांव की छवि ही बदल कर रख दी है।
ग्राम प्रधान तनुजा चौहान ने गांव में सरकार की योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू कर गांव में कई समस्याओं का निदान कर दिया है।इस कारण से ग्राम थाती को प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत एक पहचान मिली है।ग्राम प्रधान तनुजा चौहान ने गांव की स्वच्छता को ध्यान में रखकर अपने गांव के घरों के किचन और बाथरूम का पानी के बढ़िया निकासी का व्यवस्था करवाई पहले गांव में पानी खुले रास्तों में बहता था।
जिससे कि कीचड़ हो जाता था और स्वच्छता की दृष्टि से भी हानिकारक था ग्राम प्रधान ने घरों के पास ही सोख्ता गड्ढा बनवाया जिससे कि गंदा पानी खुले में ना रहे और पीवीसी पाइप के जरिए इस पानी की निकासी गांव से दूर बाहर की इसके साथ ही रास्तों पर भी इंटरलॉकिंग टाइल्स रोड बनवाई और रास्तों के किनारे नाली की व्यवस्था की।
इसके साथ ही कोरोना काल में गांव आए लोगों को भी रोजगार की व्यवस्था मुहैया करवाई थी।बताते चलें कि यह गांव जनरल बिपिन रावत का ननिहाल है गौरतलब है कि साल 2019 में विपिन रावत यहां आए थे।थाती गांव में अनुसूचित जाति के लोग अधिकतम संख्या में रहते हैं यहां लगभग 400 लोगों का परिवार है जिसमें 1200 के करीब लोग निवास करते हैं।बता दें कि तनुजा चौहान साल 2019 में गांव की प्रधान बनी थी।